धर्म समाचार

दिखाया गया है 199 चीज़े में से 1-10 ।
स्वप्न शास्त्र : सपनों में बार-बार दिख रहे सांप का क्या है अर्थ, जानिए शुभ-अशुभ संकेत
  • Post by Admin on Sep 14 2025

नई दिल्ली : सपनों की दुनिया हमेशा से ही रहस्यमयी रही है। इनमें आने वाले दृश्य और प्रतीक अक्सर जीवन की गहरी सच्चाइयों और भविष्य की घटनाओं का संकेत माने जाते हैं। इन्हीं में से एक है सपनों में सांप का दिखना। सांप को हिंदू धर्म और प्राचीन स्वप्न शास्त्र में अत्यंत रहस्यमयी प्रतीक माना गया है। यह केवल भय या खतरे का संकेत नहीं होता, बल्कि जीवन में आने वाले शुभ-अशुभ परिवर्   read more

त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पितृपक्ष पर नारायण नागबली पूजा, श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
  • Post by Admin on Sep 11 2025

नासिक : पितृपक्ष के पवित्र अवसर पर महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए विशेष पूजा ‘नारायण नागबली’ का आयोजन किया गया। देशभर से हजारों श्रद्धालु इस धार्मिक स्थल पर पहुंचे और अपने पितरों के उद्धार की कामना की। त्र्यंबकेश्वर के पुरोहित संघ के अध्यक्ष मनोज विनायक थेटे ने आईएएनएस को बताया कि पितृपक्ष के इन पुण्य दिनों में श्   read more

सरयू और फल्गु : शापित नदियों से मोक्षधाम गया तक की पवित्र यात्रा
  • Post by Admin on Sep 08 2025

नई दिल्ली : पितृ पक्ष की शुरुआत हो चुकी है, और इस दौरान पितरों का श्राद्ध और तर्पण करने के लिए श्रद्धालु विशेष स्थानों की ओर उमड़ पड़ते हैं। सरयू और फल्गु नदियों के तट पर हजारों लोग अपने पितरों की तर्पण करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये दोनों नदियां शापित मानी जाती हैं? इन नदियों का शाप हिन्दू महाकाव्य रामायण से जुड़ा हुआ है। सरयू नदी, जो उत्तराखंड के बागेश्वर जिले स   read more

पितृपक्ष विशेष : गयाजी में पिंडदान की पवित्र परंपरा, माता सीता के श्राप से जुड़ी है अनूठी मान्यता
  • Post by Admin on Sep 08 2025

गयाजी : पितृपक्ष का समय गयाजी में श्रद्धा और आस्था के महापर्व की तरह मनाया जाता है। फल्गु नदी के तट पर बसा यह नगर मोक्षस्थली कहलाता है, जहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु पिंडदान कर अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। मान्यता है कि यहां किया गया पिंडदान 108 कुल और सात पीढ़ियों को मोक्ष दिलाता है। गयाजी का महत्व वायु पुराण, गरुड़ पुराण और विष्णु पुराण में भी   read more

सूतक काल में बंद रहे मंदिरों के कपाट, चंद्र ग्रहण पर श्रद्धालुओं को स्नान-दान की हिदायत
  • Post by Admin on Sep 07 2025

जौनपुर : भाद्रपद पूर्णिमा और पितृ पक्ष के संयोग पर रविवार को लग रहे वर्ष 2025 के अंतिम चंद्र ग्रहण ने धार्मिक आस्थाओं और परंपराओं को एक बार फिर जीवंत कर दिया है। देशभर में सूतक काल का पालन करते हुए प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं और श्रद्धालुओं को सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है। उत्तर प्रदेश के जौनपुर स्थित मां शारदीय शक्ति पीठ मंदिर के कपाट दोपहर 12:19 बजे सूत   read more

पितृपक्ष 2025 : पूर्वजों की आत्मा की शांति हेतु श्राद्ध और तर्पण का विशेष महत्व
  • Post by Admin on Sep 07 2025

नई दिल्ली : हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से पितृपक्ष की शुरुआत होती है। इस अवधि को श्राद्ध और तर्पण जैसे कर्मकांडों के लिए पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि इन दिनों पितर पृथ्वी पर अवतरित होते हैं और वंशजों द्वारा किए गए पिंडदान व तर्पण से संतुष्ट होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं। श्रद्धालु इस अवसर पर अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति,   read more

चंद्र ग्रहण से पहले मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, दोपहर 12 बजे से बंद होंगे पट
  • Post by Admin on Sep 07 2025

छत्तीसगढ़ : अंबिकापुर स्थित मां महामाया मंदिर में रविवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोग चंद्र ग्रहण से पूर्व माता के दर्शन कर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल शुरू होने पर मंदिरों में पूजा-पाठ वर्जित हो जाता है, इसी कारण मंदिर के पट दोपहर 12 बजे से बंद कर दिए जाएंगे। मंदिर के पुजारी बबलू महाराज ने बताया कि आज रात 9 बजकर 58 मिन   read more

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को, जानें किन तीन राशियों पर रहेगा खास असर
  • Post by Admin on Sep 06 2025

नई दिल्ली : इस वर्ष का दूसरा और अंतिम पूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर की रात को लगेगा। खगोलीय दृष्टि से यह घटना तब घटित होती है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आकर अपनी छाया चंद्रमा पर डाल देती है। यह न सिर्फ वैज्ञानिकों बल्कि धार्मिक, ज्योतिषीय और सांस्कृतिक नजरिए से भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। खगोल विज्ञानियों के अनुसार, चंद्र ग्रहण रात 9 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगा और 8 स   read more

शुक्र प्रदोष व्रत : महादेव को प्रसन्न करने से जीवन में आएगा सौभाग्य
  • Post by Admin on Sep 04 2025

नई दिल्ली : भाद्रपद मास की शुक्ल त्रयोदशी तिथि को पड़ने वाला शुक्र प्रदोष व्रत इस बार 5 सितंबर को मनाया जाएगा। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है। मान्यता है कि श्रद्धा और विधि-विधान से व्रत रखने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। दृक पंचांग के अनुसार, शुक्र प्रदोष व्रत 5 सितंबर की सुबह 4:08 बजे से आरंभ होगा और 6 सितंबर की सुबह 3:12   read more

भाद्रपद शुक्ल द्वादशी पर वामन जयंती और कल्कि द्वादशी का अद्भुत संयोग, जानें महत्व
  • Post by Admin on Sep 03 2025

नई दिल्ली : भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि (गुरुवार) इस बार विशेष महत्व लेकर आई है। इस दिन वामन जयंती और कल्कि द्वादशी का अद्भुत संयोग बन रहा है। पंचांग के अनुसार, इस दिन सूर्य सिंह राशि और चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे। अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:55 बजे से 12:45 बजे तक रहेगा, जबकि राहुकाल दोपहर 1:55 से 3:29 बजे तक रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वामन जयंती भगवान विष्णु के पा   read more