धर्म समाचार

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कातिक माह का शुभारंभ : दीपों से रोशन हुआ पर्वों का माहौल
  • Post by Admin on Oct 18 2024

सनातन धर्मावलंबियों ने आज यानि 18 अक्तूबर से पवित्र कातिक माह का शुभारंभ कर दिया हैं। इस अवसर पर भोर में श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया और दीप प्रज्वलित कर प्रकृति की उपासना में हिस्सा लिया। प्रातः काल से ही तुलसी, जलाशयों और देवालयों में दीपदान आरंभ हो गया, जिससे वातावरण में भक्ति और आस्था की सुगंध फैल गई है। कार्तिक माह का महत्व : कातिक माह सनातन धर्म में पुण्य का   read more

शरद पूर्णिमा : अमृत वर्षा और पूजन का विशेष पर्व
  • Post by Admin on Oct 16 2024

साल के 12 महीनों में एक पूर्णिमा ऐसी है, जो सभी पूर्णिमा से सर्वश्रेष्ठ होती है और वो है शरद पूर्णिमा, क्योंकि इस पूर्णिमा में चंद्रमा की किरणों से अमृत की वर्षा होती है यानि तन, मन और धन सभी की दृष्टि से यह पूर्णिमा बहुत खास मानी गई है।  शरद पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है  प्रतिवर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाने वाली शरद पूर्णिमा का धार्मिक और ज्यो   read more

माँ सिद्धिदात्री की कृपा से भक्त करते हैं सारी सिद्धियां प्राप्त
  • Post by Admin on Oct 11 2024

नई दिल्ली : सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैर सुरैरमरैरपि।           सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।। माँ दुर्गाजी की नवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। नव दुर्गाओंमें माँ सिद्धिदात्री अन्तिम हैं। नवरात्र-पूजन के नवें दिन इनकी उपासना की जाती है।अन्य आठ दुर्गाओं की पूजा-उपासना शास्त्रीय विधि-विधान के अनुसार करते हुए भक्त दुर्गा पूजा के नवें दिन इनकी उपास   read more

माँ महागौरी की उपासना से होते हैं भक्तों के सभी पाप नष्ट
  • Post by Admin on Oct 10 2024

नई दिल्ली : श्वेते वृषे समारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः ।                   महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा॥ माँ दुर्गाजी की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है। इनका वर्ण पूर्णत: गौर है। इस गौरता की उपमा शंख, चन्द्र और कुन्द के फूलसे दी गयी है। इनकी आयु आठ वर्ष की मानी गयी है। दुर्गापूजा के आठवें दिन महागौरी की उपासना का विधान है।  माँ महागौरी का स्वरूप :    read more

भरौल में दुर्गा पूजा के अवसर पर निकाली गई भव्य कलश यात्रा
  • Post by Admin on Oct 10 2024

भरौल : दरभंगा जिले के हनुमान नगर प्रखंड के भरौल, महमदपुर में स्थित श्री श्री 902 नवयुवक दुर्गा पूजा समिति के तत्वावधान में बुधवार, सप्तमी तिथि को भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर ग्रामीण की सैकड़ों महिलाओं और बच्चियों ने कलश को माथे पर उठा कर पैदल यात्रा में शामिल हुईं। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ कलश में जल भरा और उसे पूजा स्थल तक लेकर पहुंची। यात्रा में मां   read more

माँ कालरात्रि करती हैं अपने भक्तों के भयों की नाश 
  • Post by Admin on Oct 09 2024

नई दिल्ली : एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।                 लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।।                 वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टक।                 वर्धन्मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङकरी।। माँ दुर्गाजी की सातवीं शक्ति 'कालरात्रि' के नाम से जानी जाती है। दुर्गापूजा के सातवें दिन माँ कालरात्रि की उपासना का विधान   read more

महिषासुर मर्दिनी माँ कात्यायनी की पूजा, कथा और महत्व
  • Post by Admin on Oct 08 2024

नई दिल्ली : चन्द्रहासोज्वलकरा शार्दूलवरवाहना।                   कात्यायनी शुभं दद्यादेवी दानवघातिनी।। माँ दुर्गा के छठवें स्वरूप का नाम कात्यायनी है। इनकी उपासना दुर्गापूजा के छठवें दिन की जाती है। इनका कात्यायनी नाम पड़ने की कथा : इनका कात्यायनी नाम पड़ने की कथा इस प्रकार है— कत नामक एक प्रसिद्ध महर्षि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन   read more

माँ चन्द्रघण्टा की आराधना से मिलता हैं निर्भयता और सौम्यता का आशीर्वाद
  • Post by Admin on Oct 05 2024

नई दिल्ली : पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।                   प्रसादं तनुते मह्मं चन्द्रघण्टेति विश्रुता।। माँ दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चन्द्रघण्टा है। नवरात्रि के तीसरे दिन इन्हीं की आराधना की जाती हैं। इनका यह स्वरूप परम शान्तिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घण्टे के आकार का अर्धचन्द्र है, इसी कारण इन्हें चन्द्रघण्टा देवी कहा जाता   read more

कठिन तप और विजय की प्रतीक है ब्रह्मचारिणी देवी
  • Post by Admin on Oct 04 2024

नई दिल्ली : दधाना  करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू।                   देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।। माँ दुर्गा की नव शक्तियों का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है। यहाँ 'ब्रह्म' शब्द का अर्थ तपस्या है। ब्रह्मचारिणी अर्थात् तपका आचरण करनेवाली । ब्रह्मचारिणी देवी का स्वरूप पूर्ण ज्योतिर्मय एवं अत्यन्त भव्य है । इनके दाहिने हाथ में जप की माला एव   read more

माँ शैलपुत्री की उपासना से अमंगल बनेगा मंगल, मिलेगा अपार स्नेह
  • Post by Admin on Oct 03 2024

नई दिल्ली : शारदीय नवरात्र का आरंभ हस्त नक्षत्र में 3 अक्टूबर गुरुवार से हो रहा है। कलश स्थापन करने के लिए हस्त नक्षत्र सर्व-सिद्धीदायक माना जाता होता है। कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त की जानकारी देते हुए पंडित जय किशोर मिश्र ने बताया कि,जयंती कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त शाम 3 बजकर 25 मिनट तक है। उसके बाद चित्रा नक्षत्र हो जा रहा है जो की निषिद्ध माना जाता है।    माँ दुर्   read more