धर्म समाचार
- Post by Admin on Nov 01 2025
प्रयागराज : देवउठनी एकादशी यानी प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर प्रयागराज के यमुना घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ब्रह्ममुहूर्त से ही श्रद्धालु पवित्र यमुना में स्नान कर तुलसी और भगवान विष्णु के प्रतीक शालिग्राम का विवाह संपन्न करा रहे हैं। बलुआ घाट पर तुलसी-शालिग्राम विवाह का धार्मिक आयोजन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस मौके पर भक्तों ने पारंपरिक विधि- read more
- Post by Admin on Nov 01 2025
नई दिल्ली : कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि इस बार रविवार को पड़ रही है, जो ज्योतिष के अनुसार अत्यंत शुभ मानी जा रही है। इस दिन रवि योग का संयोग बन रहा है, जो शिक्षा, निवेश और व्यापार से जुड़े कार्यों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। द्रिक पंचांग के अनुसार, रविवार को सूर्य तुला राशि में और चंद्रमा कुंभ राशि में सुबह 11 बजकर 27 मिनट तक रहेंगे, इसके बाद चंद्रमा read more
- Post by Admin on Oct 26 2025
भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के न्यू मार्केट इलाके में स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर श्रद्धा और आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। यहां भक्त अपनी मनोकामनाएं शिला पर लिखकर भगवान हनुमान से प्रार्थना करते हैं, और माना जाता है कि हर सच्चे मन से लिखी गई मनोकामना अवश्य पूरी होती है। मंदिर में स्थित यह पवित्र शिला भक्तों की आस्था का प्रतीक बन चुकी है। भक्त read more
- Post by Admin on Oct 26 2025
नई दिल्ली : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि सोमवार को पड़ रही है। यह तिथि भगवान कार्तिकेय को समर्पित मानी जाती है और इसे स्कंद षष्ठी के रूप में देशभर में श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन विधिवत पूजा और व्रत करने से संतान सुख, विजय और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। द्रिक पंचांग के अनुसार सोमवार को सूर्य तुला राशि में और चंद्रमा धनु राशि में र read more
- Post by Admin on Oct 23 2025
नई दिल्ली : भारत में जब लोग छठ मईया के गीत गाते हुए डूबते और उगते सूरज को अर्घ्य देते हैं, तो यह केवल आस्था का क्षण नहीं होता—यह प्रकृति और विज्ञान का संगम होता है। सदियों पुरानी यह परंपरा, जिसे आयुर्वेद और लोकसंस्कृति दोनों ने 'जीवन का संतुलन' माना है। छठ पूजा की सबसे खास बात यह है कि यह केवल पूजा नहीं, बल्कि सूर्योपासना है। वेदों में कहा गया है, “सूर्योऽत्मा जगतस्त read more
- Post by Admin on Oct 23 2025
नई दिल्ली : भाई दूज के शुभ अवसर पर बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधानपूर्वक बंद कर दिए गए। अब अगले छह महीनों तक बाबा केदार ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान रहेंगे, जहां उनकी विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी। बर्फबारी और मौसम की कठिन परिस्थितियों को देखते हुए हर वर्ष शीतकाल में केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद किए जाते हैं। बाबा केदार की पंचमुखी चलविग्रह डो read more
- Post by Admin on Oct 22 2025
नई दिल्ली : दीपावली के पांच दिवसीय पर्व का समापन भाई दूज के शुभ अवसर पर होता है, जो भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा के अटूट रिश्ते का प्रतीक है। यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है और इसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। रक्षाबंधन की तरह ही इस दिन बहन अपने भाई के दीर्घायु, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करते हुए तिलक करती है, आरती उतारती है औ read more
- Post by Admin on Oct 14 2025
उत्तरप्रदेश : बीते कुछ दिनों से संत प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य गड़बड़ चल रहा था। अब प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिला है। स्वास्थ्य को लेकर तमाम अफवाहों के बीच प्रेमानंद महाराज ने आश्रम केली कुंज से निकलकर सोमवार को भक्तों को दर्शन दिए। उनके दर्शन कर हजारों भक्त भावुक हो गए और राधे राधे के जमकर जयकारे लगे। संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को क read more
- Post by Admin on Oct 09 2025
नई दिल्ली : इस बार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि पर एक अद्भुत संयोग बन रहा है। शुक्रवार को करवा चौथ, वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी और मासिक कार्तिगाई दीपम तीनों पर्व एक साथ पड़ रहे हैं, जिससे यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जा रहा है। इसे ‘त्रिवेणी योग’ का नाम दिया जा रहा है। पंचांग के अनुसार शुक्रवार को सूर्य कन्या राशि में और चंद्रमा वृषभ राशि read more
- Post by Admin on Oct 05 2025
नई दिल्ली : 18 अक्टूबर को देशभर में धनतेरस का महापर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व है, जिन्हें निरोगी जीवन और सुख-समृद्धि का देवता माना जाता है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित सुड़िया का धन्वंतरि मंदिर इस पर्व के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। यह मंदिर लगभग 300 साल पुराना है और यहाँ की अष्टधातु की मूर्ति में भगवान हाथ में अमृत कलश, सुदर्शन चक read more