देव आदेश से बिजली महादेव मंदिर में छह माह तक धार्मिक आयोजनों पर रोक, बाहर से ही कर सकेंगे दर्शन
- Post By Admin on Jul 19 2025

कुल्लू : सावन माह में इस बार बिजली महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं को एक अलग अनुभव का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि देव आदेश के चलते मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का धार्मिक आयोजन, भंडारा या श्रद्धालुओं के ठहरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आने वाले छह माह तक मंदिर में कोई भी सार्वजनिक धार्मिक गतिविधि पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी और भक्त केवल बाहर से ही भगवान बिजली महादेव के दर्शन कर सकेंगे।
हर साल सावन के अवसर पर यहां विशेष भंडारे का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। मगर इस बार भगवान बिजली महादेव ने गुर देवता के माध्यम से रोपवे निर्माण को लेकर नाराजगी जताई है, जिसके चलते यह सख्त आदेश जारी किया गया है।
स्थानीय देव परंपराओं के अनुसार, देवता ने स्पष्ट रूप से कहा है कि मंदिर क्षेत्र में रोपवे नहीं बनना चाहिए, लेकिन प्रशासन और कुछ स्थानीय नेताओं द्वारा लगातार इस परियोजना को आगे बढ़ाया जा रहा है। देवता की नाराजगी को लेकर घाटी में रोष और चिंता दोनों का माहौल बना हुआ है।
वहीं मंदिर परिसर के आसपास नई दरारें देखे जाने की खबर ने क्षेत्रवासियों की चिंता और बढ़ा दी है। स्थानीय लोगों को आशंका है कि कहीं यह किसी बड़ी आपदा का संकेत तो नहीं।
गौरतलब है कि बिजली महादेव रोपवे परियोजना पिछले कई वर्षों से विवादों में घिरी रही है। एक ओर जहां पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर रोपवे निर्माण की वकालत हो रही है, वहीं दूसरी ओर स्थानीय देव परंपरा और पर्यावरणीय संतुलन की चिंता के चलते इसका विरोध भी लगातार तेज होता जा रहा है।
अब देखना यह होगा कि देव आदेश के इस निर्णय के बाद प्रशासन अपने कदम पीछे खींचता है या टकराव की स्थिति और गहराती है। फिलहाल, श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे देव निर्णय का सम्मान करें और मंदिर की मर्यादा बनाए रखें।