धर्म समाचार
- Post by Admin on Oct 09 2024
नई दिल्ली : एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता। लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।। वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टक। वर्धन्मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङकरी।। माँ दुर्गाजी की सातवीं शक्ति 'कालरात्रि' के नाम से जानी जाती है। दुर्गापूजा के सातवें दिन माँ कालरात्रि की उपासना का विधान read more
- Post by Admin on Oct 08 2024
नई दिल्ली : चन्द्रहासोज्वलकरा शार्दूलवरवाहना। कात्यायनी शुभं दद्यादेवी दानवघातिनी।। माँ दुर्गा के छठवें स्वरूप का नाम कात्यायनी है। इनकी उपासना दुर्गापूजा के छठवें दिन की जाती है। इनका कात्यायनी नाम पड़ने की कथा : इनका कात्यायनी नाम पड़ने की कथा इस प्रकार है— कत नामक एक प्रसिद्ध महर्षि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन read more
- Post by Admin on Oct 05 2024
नई दिल्ली : पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्मं चन्द्रघण्टेति विश्रुता।। माँ दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चन्द्रघण्टा है। नवरात्रि के तीसरे दिन इन्हीं की आराधना की जाती हैं। इनका यह स्वरूप परम शान्तिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घण्टे के आकार का अर्धचन्द्र है, इसी कारण इन्हें चन्द्रघण्टा देवी कहा जाता read more
- Post by Admin on Oct 04 2024
नई दिल्ली : दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू। देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।। माँ दुर्गा की नव शक्तियों का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी का है। यहाँ 'ब्रह्म' शब्द का अर्थ तपस्या है। ब्रह्मचारिणी अर्थात् तपका आचरण करनेवाली । ब्रह्मचारिणी देवी का स्वरूप पूर्ण ज्योतिर्मय एवं अत्यन्त भव्य है । इनके दाहिने हाथ में जप की माला एव read more
- Post by Admin on Oct 03 2024
नई दिल्ली : शारदीय नवरात्र का आरंभ हस्त नक्षत्र में 3 अक्टूबर गुरुवार से हो रहा है। कलश स्थापन करने के लिए हस्त नक्षत्र सर्व-सिद्धीदायक माना जाता होता है। कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त की जानकारी देते हुए पंडित जय किशोर मिश्र ने बताया कि,जयंती कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त शाम 3 बजकर 25 मिनट तक है। उसके बाद चित्रा नक्षत्र हो जा रहा है जो की निषिद्ध माना जाता है। माँ दुर् read more
- Post by Admin on Oct 01 2024
भोपाल : बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री यूँ तो हमेशा अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। एक बार फिर वह अपनी बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। दरअसल धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इस बार एक सवाल उठाया हैं कि, क्यों सिर्फ हवस का पुजारी शब्द का इस्तेमाल किया जाता हैं, हवस का मौलवी नहीं।उन्होंने कहा मुस्लिम मौलवियों की कभी बेइज्जती नहीं करते, लेकि read more
- Post by Admin on Sep 27 2024
नई दिल्ली : 2024 शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर से होने जा रही है और ये 11 अक्टूबर को खत्म होगा. हिंदू धर्म में 9 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व की बहुत महत्ता है और इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. 12 अक्टूबर 2024 को विजयदशमी का त्योहार धूम-धाम से मनाया जाएगा. ऐसा कहा जाता है कि हर साल दुर्गा मां जब भी आती हैं तो अलग-अलग सवारी में आती हैं. इस बार उनकी सवारी क्या होगी और जिस सवारी से वो आए read more
- Post by Admin on Sep 25 2024
पटना : जीवित्पुत्रिका व्रत के लिए कई माताओं ने संतान की दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए निर्जला उपवास शुरू कर दिया है। यह व्रत भादोकृष्ण उदयव्यापनी अष्टमी तिथि को किया जाता है, जिसे विशेष रूप से संतान की सुरक्षा और कल्याण के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है। माताओं के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण उपासना का दिन होता है। इस व्रत को जिउतिया के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें माताएं 24 घं read more
- Post by Admin on Sep 22 2024
मुजफ्फरपुर : जिले में इस बार दुर्गापूजा का आयोजन एक नया इतिहास रचने जा रहा है। हरिसभा दुर्गापूजा की कमान पहली बार महिलाओं के हाथों में सौंपी गई है। 122 वर्षों के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब पूजा की सभी जिम्मेदारियों को महिलाएं निभाएंगी। दुर्गापूजा के लिए बनी नई कमेटी में झूमा दास को अध्यक्ष चुना गया है, जबकि उपाध्यक्ष वंदना गुहा, सचिव नीला बोस और अंकेक्षक मनीषा दत्त read more
- Post by Admin on Sep 21 2024
लखीसराय : माताओं द्वारा पुत्र के दीर्घायुष्य, आरोग्य और सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाने वाला जीवित्पुत्रिका व्रत इस बार 25 सितंबर, बुधवार को हैं। यह व्रत आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाया जाता है, जबकि सप्तमी अष्टमी तिथि पर इस व्रत को नहीं किया जाता हैं। इस बार माताओं को 24 सितंबर, मंगलवार को नहाय-खाय के साथ व्रत की शुरुआत करने की सलाह दी गई है। पंडित गिरीश मिश्र ने read more