विविध समाचार
- Post by Admin on Dec 02 2024
भैंस समाज की सभा बुलाई गई! मेनू-बिहार का प्रसिद्ध एक भैंस बाजार का 'खटाल'! उद्देश्य-मानवों एवं उसकी विचित्र प्रजातियों - मास्टरों, व्याख्याताओं, 'परफेसरों', लेखकों, पत्रकारों, नेताओं, 'मीडिया हाउस' आदि की भैंस विषयक असहिष्णुता का सुनियोजित अहिंसक विरोध एवं चरणबद्ध आंदोलन पर विचार विमर्श ! 'सभापति' - 'मोटकी' चितकबरी भैंस! दूध - सात लोटा सुबह, पाँच 'लोटा' शाम, कुल मिलाकर बार read more
- Post by Admin on Nov 27 2024
उस रोज पता नहीं किसका मुंह देखकर उठे थे कि दोपहर होते-होते चुनाव आयोग का 'प्रेमपत्र' मिल गया ! निष्कर्ष- पैक्स चुनाव ! ड्यूटी - मजिस्ट्रेट ! अब यह मत पूछ बैठिएगा-सेक्टर या पेट्रोलिंग ? हर जगह हर बात खोल-खोलकर नहीं कही जाती ! खैर ! चुनाव करवाने जा ही रहे थे कि हमारे वनस्पति शास्त्र वाले मित्र फिर मिल गए! मैं उनसे कुछ पूछता, उससे पूर्व वही तपाक से छींक दिए-" मुंह-कान बनाकर कहां जा रहे है read more
- Post by Admin on Nov 27 2024
भोजपुरी, मैथिली, बज्जिका, मगही और अंगिका बिहार की पांच प्रचलित लोक भाषाएं हैं। इनके क्षेत्रफल बड़े हैं। ये पांचों भाषाएं हिंदी से बहुत दूर तक जुड़े होने के बावजूद अपनी अनेक शब्दावलियों, कहावतों और लोकोक्तियों के कारण अपना स्वतंत्र अस्तित्व रखती हैं। इन लोक भाषाओं के पास ऐसे-ऐसे अनमोल और अनुपम शब्द हैं जो अपनी अर्थ छवियों में नितांत निजी और मौलिक हैं। हिंदी की निरंतर बढ़ती हुई सम read more
- Post by Admin on Nov 04 2024
हम में से अधिकतर लोग एक दिन में केवल एक बार सूर्योदय और एक बार सूर्यास्त का अनुभव कर सकते हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर रहने वाली अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स एक दिन में 16 बार सूर्योदय और 16 बार सूर्यास्त देखती हैं। दरअसल, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पृथ्वी से करीब 260 मील यानी करीब 418 किलोमीटर ऊपर है और हर समय करीब 17500 मील प्रति घंटे यानी 28160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ read more
- Post by Admin on Nov 02 2024
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की नई रिपोर्ट एक गंभीर चेतावनी देती है : 1.5°C के जलवायु लक्ष्य को प्राप्त करना अभी भी तकनीकी रूप से संभव है, लेकिन इसके लिए G20 देशों को एक ऐतिहासिक कदम उठाकर 2030 तक ग्रीनहाउस गैसों के एमिशन को आधा करना होगा। "नो मोर हॉट एयर... प्लीज़!" शीर्षक वाली यह रिपोर्ट नीति-निर्माताओं को यह बताने का प्रयास करती है कि यदि मौजूदा नीतियाँ जारी रहती हैं तो read more
- Post by Admin on Nov 02 2024
एक नई रिपोर्ट में यह उजागर किया गया है कि जलवायु परिवर्तन भारत में गंभीर स्वास्थ्य और आर्थिक संकट का कारण बनता जा रहा है। द लैंसेट काउंटडाउन 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की विशाल आबादी गर्मी, सूखा, बाढ़ और वायु प्रदूषण जैसी जलवायु-जनित समस्याओं का सामना कर रही है। 1. गर्मी का बढ़ता प्रभाव रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में भारत में हर व्यक्ति औसतन 2,400 घंटों तक ऐसे तापमान में रहा जो read more
- Post by Admin on Oct 27 2024
जिसे लोग कहते है किन्नर आप कभी जाना उसके घर देखो उसकी क्या है दशा आप उससे बेहतर हो सदा ना कभी सरकार की पड़ती है नजर ना ही हम जनता को होती कभी फिक्र सोचो कैसे उस किन्नर का होगा विकास ना ही कोई रोजगार ना ही कोई आश समानता के खातिर हम सबको सोचना होगा अपने बच्चों की तरह किन्नर को भी शिक्षा से जोड़ना होगा किसी को तो उठाना होगा इसकी जिम्मेदारी आईये हम read more
- Post by Admin on Oct 25 2024
क्लाइमेट ट्रेंड्स नामक संस्था की एक ताज़ा रिपोर्ट की मानें तो जलवायु परिवर्तन ने उत्तराखंड की बागवानी, खासकर उष्णकटिबंधीय फलों की खेती पर गहरा असर डाला है। यह हिमालयी राज्य, जो अपनी विविध जलवायु परिस्थितियों के लिए जाना जाता है, पिछले सात वर्षों में फलों की पैदावार में भारी गिरावट का सामना कर रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण हैं—बढ़ते तापमान, अनियमित बारिश और बार-बार आने वाली चरम read more
- Post by Admin on Oct 17 2024
इस साल का मानसून भारत के लिए कई रिकॉर्ड तोड़ बारिश और असामान्य रूप से बढ़ते तापमान के साथ समाप्त हुआ। जलवायु परिवर्तन के प्रभाव साफ़ तौर पर दिखे, जिससे देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश और ऊंचे तापमान की घटनाएं दर्ज की गईं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष देशभर में सामान्य से अधिक बारिश हुई। भारत ने 1 जून से 30 सितंबर तक कुल 934.8 मिमी बारिश दर्ज की, जो मौ read more
- Post by Admin on Oct 17 2024
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूरोपीय संघ (EU) के कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मैकेनिज्म (CBAM) को "एकतरफा और अनुचित" करार दिया. उनका कहना है कि यह नियम भारतीय उद्योगों के लिए हानिकारक है और इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में असंतुलन पैदा होगा. उन्होंने यह भी साफ किया कि CBAM जैसे मुद्दे भारत और EU के बीच चल रही मुक्त व्यापार समझौता (FTA) वार्ताओं को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे, लेकिन यह चि read more