जेन Z की डेटिंग डिक्शनरी, जानिए रिश्तों के नए ट्रेंड्स
- Post By Admin on Jan 10 2025

प्यार और रिश्तों का ताना-बाना हर पीढ़ी के साथ बदलता रहा है। जहां एक दौर में लैला-मजनूं और देवदास जैसे किरदार प्यार की परिभाषा गढ़ते थे। वहीं आज जेन Z के लिए प्यार की भाषा और अंदाज पूरी तरह बदल चुका है। घोस्टिंग, सिचुएशनशिप, जॉम्बीइंग और ब्रेडक्रंबिंग जैसे टर्म्स ने प्यार को एक नया आयाम दिया है।
प्यार का सफर: लैला-मजनूं से जेन Z तक
पुराने समय में प्यार का मतलब अपने साथी की एक झलक पाने के लिए महीनों इंतजार करना था। 1990 के दशक में फिल्मों ने प्यार को परिवार और समाज से लड़कर जीतने का जरिया बनाया। इसके बाद, मिलेनियल्स ने रिश्तों को डेटिंग और परिपक्वता के साथ जोड़ा। लेकिन जेन Z ने इस परंपरा को पूरी तरह बदल दिया है।
आज के युवा रिश्तों को ज्यादा प्रैक्टिकल और तकनीकी नजरिए से देखते हैं। रिश्तों में पारदर्शिता और खुलेपन का दौर है, लेकिन इसके साथ ही भावनाओं को लेकर सतर्कता और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं को महत्व दिया जा रहा है।
जेन Z की प्यार की नई परिभाषा
- घोस्टिंग (Ghosting):
बिना किसी चेतावनी के अपने पार्टनर से संपर्क तोड़ लेना और हर जगह से ब्लॉक कर देना। यह जेन Z की डेटिंग लाइफ का एक आम हिस्सा बन चुका है।
- सिचुएशनशिप (Situationship):
यह रोमांस का एक ऐसा रूप है जिसमें कोई कमिटमेंट नहीं होता। यह स्पष्ट नहीं होता कि यह रिश्ता दोस्ती है, प्यार है या सिर्फ एक अस्थायी जुड़ाव।
- जॉम्बीइंग (Zombieing)
पहले संपर्क तोड़ देना और फिर अचानक से रिश्ते में वापस आ जाना।
- डीटीआर (Define the Relationship)
रिश्ते को परिभाषित करने की कोशिश, जिसमें कपल्स यह तय करते हैं कि उनका रिश्ता दोस्ती है, डेटिंग है या उससे ज्यादा।
- ब्रेडक्रंबिंग (Breadcrumbing)
आपको खास महसूस कराना, लेकिन कोई पक्का वादा या कमिटमेंट न करना।
- बेंचिंग (Benching)
रिश्ते को न पूरी तरह स्वीकार करना और न ही तोड़ना। पार्टनर को एक विकल्प के रूप में रखना।
- कुशनिंग (Cushioning)
कमिटेड रिलेशनशिप में होते हुए भी अन्य विकल्प खुले रखना।
प्यार के नए ट्रेंड्स: बदलते रिश्तों का आयाम
पिंक, रेड और ग्रीन फ्लैग्स। रिश्तों को अब इन तीन संकेतों से परखा जाता है।
- पिंक फ्लैग: कुछ बुरे संकेतों को नजरअंदाज करना।
- रेड फ्लैग: रिश्ते में बुरा बर्ताव।
- ग्रीन फ्लैग: रिश्ता सही दिशा में बढ़ रहा है।
- अफोर्डेटिंग (Affordating)
बजट फ्रेंडली डेटिंग, जिसमें सस्ते और साधारण तरीकों से प्यार जताया जाता है।
- ग्रीन डेटिंग (Green Dating)
पर्यावरण का ख्याल रखते हुए रिश्ते निभाना।
- टेक्स्टेशनशिप (Textationship)
यह रिश्ता केवल टेक्स्ट मैसेज तक सीमित होता है।
जेन Z की सोच: प्रैक्टिकल और यथार्थवादी प्यार
जेन Z का कहना है कि उनका प्यार भावनात्मक जरूर है, लेकिन वे इसे प्रैक्टिकल तरीके से निभाते हैं। सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स ने उनके लिए रिश्ते आसान बना दिए हैं, लेकिन इसके साथ ही उनके लिए विकल्पों की भरमार हो गई है।
सेल्फ लव का महत्व
आज का युवा पहले अपनी खुशी और करियर को प्राथमिकता देता है। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह बदलाव इंटरनेट और सोशल मीडिया के कारण आया है।
रिश्तों की चुनौतियां: गहरी चोट भी पहुंचाते हैं ये ट्रेंड्स
जेन Z के रिश्तों में जहां एक ओर आजादी और पारदर्शिता है, वहीं दूसरी ओर कई बार यह भावनात्मक चोट भी पहुंचाते हैं।
- सिचुएशनशिप: भावनाओं के जुड़ने के बाद अगर पार्टनर गंभीर न हो, तो यह दर्दनाक हो सकता है।
- जॉम्बीइंग: अचानक वापस आने वाले पार्टनर से भरोसा टूट सकता है।
क्या प्यार बदल गया है?
साइकॉलजिस्ट पवन सोनार का कहना है कि जेन Z का प्यार यथार्थवादी और तकनीकी है। वे रिश्तों को लेकर ज्यादा जागरूक हैं। हालांकि, प्यार का तरीका बदला है, लेकिन भावना वही है।