विविध समाचार
- Post by Admin on Jan 25 2025
नई दिल्ली : आज, 25 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन लोकतंत्र की मजबूती और चुनावों में नागरिकों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। हर साल यह दिन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य नागरिकों को मतदान के अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। इस दिन की शुरुआत 2011 में हुई थी और तब से इसे हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जा read more
- Post by Admin on Jan 25 2025
नई दिल्ली : भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की जननी बिहार की भूमि है। इसने विश्व को प्रथम गणराज्य का उपहार दिया। यह वही पुण्य भूमि है, जहां लिच्छवी गण, वैशाली गणराज्य और महाजनपदों की आधारशिला रखी गई थी। यही कारण है कि इस पावन भूमि को गणतंत्र की जननी कहा जाता है। गणराज्य की परिकल्पना और उसकी व्यवहारिक रूपरेखा सबसे पहले बिहार की त्रिभुज धरा गंगा, गंडक और बागमती के संगम क्षेत्र read more
- Post by Admin on Jan 24 2025
हर साल 24 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाने का उद्देश्य शिक्षा के महत्व को रेखांकित करना है। यह समाज की शांति और विकास में अहम भूमिका निभाती है। 2019 से मनाए जा रहे इस दिवस को लेकर हर साल एक खास थीम रखी जाती है। 2025 में इस दिन की थीम है 'एआई और शिक्षा: स्वचालन की दुनिया में मानव एजेंसी को संरक्षित करना’। यह थीम शिक्षा और तकनीकी दुनिया में तेजी से बढ़ते AI और स्वचालन के प्रभाव पर विच read more
- Post by Admin on Jan 24 2025
आज का दिन पूरे देश में बेटियों के सम्मान और सशक्तिकरण को समर्पित है। हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य समाज में बेटियों के अधिकारों को बढ़ावा देना, लैंगिक भेदभाव को समाप्त करना और उनके सशक्तिकरण की दिशा में जागरूकता फैलाना है। इस अवसर पर पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसमें बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और स्व read more
- Post by Admin on Jan 23 2025
भारत का गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन भारत के संविधान के लागू होने की वर्षगांठ का प्रतीक है। इस साल हम 76वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं, जिसकी थीम "स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास" रखी गई है। 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिली थी। लेकिन उस समय देश के पास अपना संविधान नहीं था। भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ। इसे आधिकारि read more
- Post by Admin on Jan 22 2025
केन्द्र ने आठवें वेतन आयोग के गठन की घोषणा कर दी। इससे केन्द्र एवं राज्य के कर्मचारियों के चेहरे पर राहत व खुशी की लहर छा गई किन्तु यहां यह प्रश्न उठता है कि आठवां वेतन आयोग पूर्व की ही भांति परंपरागत तरीके से फिटमेंट फैक्टर के फार्मूले को अपनाएगा या यूपीएस की तरह यहां भी कोई कलाकारी होगी। यहां यह भी स्पष्ट करना आवश्यक है कि आखिर वेतन आयोग के गठन की जरूरत क्यों पड़ती है? इसका सामाजि read more
- Post by Admin on Jan 17 2025
नई दिल्ली : पैन कार्ड, जिसे स्थाई लेखा संख्या (परमानेंट अकाउंट नम्बर) के नाम से भी जाना जाता है। भारत में एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहचान दस्तावेज है। यह 10 अंकीय विशिष्ट संख्या है। जिसे आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है। पैन कार्ड न केवल वित्तीय लेन-देन में सहायक होता है, बल्कि यह एक आवश्यक दस्तावेज बन चुका है, जो कई सरकारी और गैर-सरकारी कामों में जरूरी होता है। पैन कार्ड क read more
- Post by Admin on Jan 14 2025
सर्दियों के मौसम में फ्लू और सर्दी-जुकाम के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं। ठंडी हवा, कम तापमान और कमजोर इम्यूनिटी के कारण इस मौसम में वायरस अधिक सक्रिय हो जाते हैं। छींकना, नाक बहना और सांस से जुड़ी अन्य समस्याएं इस दौरान आम हो जाती हैं। सवाल यह है कि आखिर सर्दियों में ही वायरस इतना सक्रिय क्यों हो जाता है? सर्दियों में बढ़ता है वायरस का प्रभाव सर्दियों में सांस से जुड़ी ब read more
- Post by Admin on Jan 11 2025
सर्दियों का मौसम आते ही ताजे और पौष्टिक हरे पत्तेदार साग बाजार में उपलब्ध होते हैं। इन सब्जियों का सेवन न केवल स्वाद में बढ़ोतरी करता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होता है। खासतौर पर इन सागों में पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा देते हैं, इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और कई बीमारियों से बचाव करते हैं। जानें सर्दियों में मिलने वाली 7 खास पत्तेदार सब्जियों के बारे में, जिन read more
- Post by Admin on Jan 11 2025
कनफुंकवा-'कनफुंकनी' जीव की एक ऐसी प्रजाति है जो अक्सर दफ्तर, दुकान, मकान, परिवार एवं पार्टी आदि में पायी जाती है ! इनकी बाह्य शारीरिक संरचना तो मानुस वाली, किन्तु दिल बंदर, दिमाग लोमड़ी, नासिका कुकुर एवं दृष्टि चील के गुणों से युक्त होती है। दिल बंदर का होने के कारण ए प्रजाति समय के अनुसार उछल-कूद करती रहती है-मतलब कभी उछलकर इधर, तो कभी उधर। उलट-पलट ! ''जब जइसन, तब तइसन" ! इनका read more