25 जनवरी को मनाया जाता है यह दिवस, जानें इसके उद्देश्य और महत्व

  • Post By Admin on Jan 25 2025
25 जनवरी को मनाया जाता है यह दिवस, जानें इसके उद्देश्य और महत्व

नई दिल्ली : आज, 25 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन लोकतंत्र की मजबूती और चुनावों में नागरिकों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। हर साल यह दिन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य नागरिकों को मतदान के अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। इस दिन की शुरुआत 2011 में हुई थी और तब से इसे हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य

राष्ट्रीय मतदाता दिवस का मुख्य उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देना और लोकतंत्र को और भी मजबूत बनाना है। इस दिन को मनाने का एक अहम कारण है यह बताना कि वोट देना हर नागरिक का अधिकार और कर्तव्य है। साथ ही यह दिन नई पीढ़ी को चुनावी प्रक्रिया और मतदान के महत्व से अवगत कराता है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत

राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत 25 जनवरी 2011 को हुई थी। जब भारत सरकार ने चुनाव आयोग के गठन की 61वीं वर्षगांठ के अवसर पर इसे मनाने का निर्णय लिया था। तब से, इस दिन को पूरे देश में मनाया जाता है और इसे चुनावी प्रक्रिया के प्रति नागरिकों में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है।

इस दिन के कार्यक्रम

राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। नए मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र (Voter ID) प्रदान किए जाते हैं और चुनावी प्रक्रिया के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सेमिनार्स, जन जागरूकता अभियानों का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा, मतदाता सूची के अद्यतन के लिए भी इस दिन का इस्तेमाल किया जाता है। इस दिन के माध्यम से लोग यह समझ पाते हैं कि उनका वोट देश की राजनीति और लोकतंत्र पर कितना प्रभाव डालता है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब मनाया जाता है?

यह दिन हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है, ताकि मतदान के अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता है?

इसका उद्देश्य लोकतंत्र को मजबूत करना और नागरिकों को मतदान प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी के लिए प्रेरित करना है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत कब हुई थी?

इसकी शुरुआत 25 जनवरी 2011 को हुई थी और यह चुनाव आयोग के गठन की 61वीं वर्षगांठ के अवसर पर मनाया गया था।

इस दिन का उद्देश्य क्या है?

यह दिन लोगों को यह बताने के लिए है कि उनका वोट लोकतंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साथ ही, नए मतदाताओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है।

इस दिन को मनाने से न केवल चुनावों में नागरिकों की भागीदारी बढ़ती है, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र को और भी सशक्त बनाता है, जिससे एक जिम्मेदार और जागरूक मतदाता समाज का निर्माण होता है।