जानें, सर्दियों में ही क्यों बढ़ जाता है वायरस का खतरा
- Post By Admin on Jan 14 2025

सर्दियों के मौसम में फ्लू और सर्दी-जुकाम के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं। ठंडी हवा, कम तापमान और कमजोर इम्यूनिटी के कारण इस मौसम में वायरस अधिक सक्रिय हो जाते हैं। छींकना, नाक बहना और सांस से जुड़ी अन्य समस्याएं इस दौरान आम हो जाती हैं। सवाल यह है कि आखिर सर्दियों में ही वायरस इतना सक्रिय क्यों हो जाता है?
सर्दियों में बढ़ता है वायरस का प्रभाव
सर्दियों में सांस से जुड़ी बीमारियों का खतरा क्यों बढ़ता है, इसका कारण ठंडी हवा और नाक की इम्यूनिटी में गिरावट है। 'द जर्नल ऑफ एलर्जी एंड क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी' में प्रकाशित 2022 के एक शोध के अनुसार जब नाक का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक गिरता है तो नाक में मौजूद सहायक बैक्टीरिया से लड़ने वाली कोशिकाएं और वायरस का लगभग 50% नष्ट हो जाता है। इस कारण हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और वायरस अधिक प्रभावी हो जाते हैं।
सर्दी-जुकाम के लिए जिम्मेदार वायरस
- राइनोवायरस (Rhinovirus)
अमेरिकन लंग एसोसिएशन के अनुसार, सर्दी-जुकाम के लगभग 40% मामले राइनोवायरस के कारण होते हैं।गले में खराश, नाक बहना और हल्का बुखार इसके प्रमुख लक्षण होते हैं। राइनोवायरस से बचने के लिए हाथों की सफाई और भीड़भाड़ से बचना जरूरी है।
- कोरोना वायरस (Coronavirus)
कोविड-19 महामारी से पहले भी कोरोना वायरस मौजूद था। इसके कई स्ट्रेन हैं, जिनमें से कुछ सर्दी-जुकाम का कारण बनते हैं। सामान्य लक्षणों के अलावा, लेकिन गंभीर मामलों में सर्व एक्यूट रेस्पायरेटरी सिंड्रोम (SARS) मतलब लंग्स और सांस लेने की समस्या बन जाते हैं। इसके एक प्रकार को SARS-CoV 2 कहा जाता है, जो कोविड 19 का कारण था।
- एडीनोवायरस (Adenovirus)
एडीनोवायरस के 50 से अधिक प्रकार होते हैं। यह सर्दी-जुकाम के अलावा निमोनिया और कंजेक्टिवाइटिस जैसी बीमारियां भी पैदा कर सकता है।
गले में दर्द, आंखों में जलन और सांस की समस्या इसके प्रमुख लक्षण हैं। इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। गंभीर लक्षणों पर डॉक्टर से संपर्क करें।
- आरएसवी (RSV - Respiratory Syncytial Virus)
आरएसवी का अधिक प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ता हैं। आरएसवी सर्दी-जुकाम के सामान्य लक्षण पैदा करता है, लेकिन गंभीर मामलों में यह फेफड़ों में संक्रमण का कारण बन सकता है।
सर्दियों में कैसे बचें वायरस से?
- नाक और मुंह ढककर रखें: ठंडी हवा से बचाव के लिए मास्क या स्कार्फ का उपयोग करें।
- हाथों की सफाई करें: साबुन और सैनिटाइजर का नियमित उपयोग करें।
- भीड़भाड़ से बचें: वायरस के प्रसार को रोकने के लिए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
- इम्यूनिटी बढ़ाएं: विटामिन सी, गर्म पेय, और पौष्टिक आहार का सेवन करें।