धर्म समाचार

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अब एक महीने तक नहीं गूंजेगी शहनाई, 14 जनवरी 2025 तक नहीं होंगे शुभ कार्य
  • Post by Admin on Dec 16 2024

मुजफ्फरपुर : आज से खरमास का समय शुरू हो गया है। जिससे एक महीने तक कोई भी शुभ कार्य नहीं होंगे। खरमास के चलते अब 14 जनवरी 2025 तक शादी-ब्याह, गृह प्रवेश और अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक या सामाजिक कार्यों की रुकावट रहेगी। खरमास एक हिन्दू पंचांग के अनुसार विशेष समय होता है। जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है और उसके बाद अगले एक महीने तक शुभ कार्यों को स्थगित किया जाता है। इस दौरान वि   read more

16 दिसंबर से मुजफ्फरपुर में श्रीमदभागवत कथा आरंभ
  • Post by Admin on Dec 16 2024

मुजफ्फरपुर : शहर के पंकज मार्केट स्थित चेतन महिला सत्संग भवन में 16 दिसंबर से श्रीमदभागवत कथा का आयोजन किया जाएगा। इस कथा का आयोजन राजस्थान के सीकर जिले से आए आचार्य श्राजेश कुमार शर्मा के श्रीमुख से किया जाएगा। सात दिवसीय इस भागवत कथा का आयोजन 16 से 22 दिसंबर तक होगा। इस आयोजन को लेकर गिरिडीह निवासी उमा चेतन के तत्वावधान में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सत्संग परिवार   read more

शुभ कार्यों का शुभारंभ, नवंबर और दिसंबर में मांगलिक कार्यों की धूम
  • Post by Admin on Nov 16 2024

मुजफ्फरपुर : नवंबर माह में 16 तारीख से विधिवत वैधानिक शुभ मुहूर्त की शुरुआत हो चुकी है जो की 15 दिसंबर 2024 तक जारी रहेगी। इसके बाद 16 दिसंबर से खरमास आरंभ होगा और यह 14 जनवरी 2025 को समाप्त होकर उत्तरायण के साथ देवायन का आरंभ करेगा। इस अवधि में विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, मुंडन, और अन्य मांगलिक कार्यों के लिए शुभ समय रहेगा। पं. जय किशोर मिश्र के अनुसार, शुद्ध वैवाहिक लग्न में किए गए कार्यो   read more

देव दीपावली का दिव्य उत्सव : धरती से वैकुंठ तक
  • Post by Admin on Nov 15 2024

मुजफ्फरपुर : कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भगवान नारायण और भगवान शिव का दिव्य संगम देखने को मिलता है। इस दिन को देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है जिसे धरती से लेकर वैकुंठ तक दीपोत्सव के रूप में माना जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, तुलसी विवाह के बाद भगवान नारायण देवताओं के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। गंगा घाट से लेकर विश्वनाथ मंदिर के प्रांगण तक दीप जलाए गए   read more

कार्तिक स्नान से होता है रोगों का नाश
  • Post by Admin on Nov 15 2024

मुजफ्फरपुर : हिंदू धर्म में कार्तिक मास को अत्यधिक महत्व दिया गया है। वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टिकोण से यह महीना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना गया है। पं. जय किशोर मिश्र ने इस महीने के महत्व को समझाते हुए बताया कि कार्तिक के दौरान चंद्रमा की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं जो अमृत के समान गुणकारी होती हैं। उन्होंने कहा कि चंद्रमा की इन किरणों से प   read more

तुलसी विवाह की परंपरा, देवताओं और औषधि के रूप में उसकी महिमा
  • Post by Admin on Nov 13 2024

मुजफ्फरपुर : तुलसी भारतीय संस्कृति का एक अति पवित्र और औषधीय पौधा है, जिसे सनातन परंपरा में विष्णु प्रिया कहा जाता है। विशेष रूप से कार्तिक माह में तुलसी की महिमा और गरिमा का वर्णन विभिन्न पुराणों में किया गया है, जैसे कि पद्म पुराण, स्कंद पुराण और शिव पुराण। तुलसी के बीज और मंजरी के गुण न केवल देवताओं के लिए, बल्कि औषधि के रूप में भी अत्यधिक उपयोगी माने जाते हैं। तुलसी की   read more

देवउठनी एकादशी आज, भगवान शालिग्राम और तुलसी विवाह का विशेष महत्व
  • Post by Admin on Nov 12 2024

राँची : हिंदू पंचांग के अनुसार, आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। वैदिक पंचांग के मुताबिक, देवउठनी एकादशी तिथि 11 नवंबर की शाम 6:46 बजे शुरू हुई थी और इसका समापन 12 नवंबर को शाम 4:04 बजे होगा। उदयातिथि के अनुसार, इस बार देवउठनी एकादशी का व्रत आज 12 नवंबर को रखा जा रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवउठनी एकादशी पर भगवान विष्णु   read more

कार्तिक संपूर्ण माह आध्यात्मिक पुण्यदायक अमृत सामान ऊर्जा संग्रह का समय 
  • Post by Admin on Nov 11 2024

मुजफ्फरपुर : पं. जय किशोर मिश्र ने कार्तिक माह के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह समय आध्यात्मिक उन्नति और पुण्य अर्जन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि पावन कार्तिक माह में विशेष रूप से 12 नवंबर को नारायण मंगलवार के दिन श्री हरि नारायण अपने ब्रह्मांड के लोक कल्याणकारी कार्यों में लग जाएंगे। इस दिन, संध्या में पूर्ण रूप से विश्राम त्याग कर भगवान नारायण अपन   read more

कार्तिक शुक्ल पक्ष की शुरुआत, गोवर्धन पूजा एवं राजा बलि का महत्त्वपूर्ण स्मरण
  • Post by Admin on Nov 02 2024

मुजफ्फरपुर : 2 नवंबर 2024, शनिवार से कार्तिक शुक्ल पक्ष का आरंभ हो गया है। इस पवित्र पक्ष को भगवान श्रीकृष्ण ने सत्यभामा से 'पुण्य और अमृत की त्रिवेणी' के रूप में वर्णित किया था। द्वापर युग में, श्रीकृष्ण के द्वारका आगमन से यहाँ नववर्ष का आरंभ हुआ। पं. जय किशोर मिश्र के अनुसार, इस पक्ष में स्वाति और विशाखा नक्षत्रों का विशेष प्रभाव होता है, जो वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर दे   read more

पंच दिवसीय दीपोत्सव: एक अमृत महोत्सव 
  • Post by Admin on Oct 29 2024

नई दिल्ली : मंगलवार, 29 अक्टूबर एवं बुधवार, 30 अक्टूबर को दिवा 1:04 PM तक धन त्रयोदशी है। संध्या काल में 11वें रुदावतार हनुमानजी का जन्मोत्सव है। अमृतमय नक्षत्र हस्त रात 10:27 PM तक हैं। गुरुवार, 31 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी। वही शुक्रवार, 1 नवंबर को स्वाति नक्षत्र युक्त प्रदोष व्यापनी अमावस्या है। अर्द्धरात्रि में यमघंट योग के साथ यम परिवार का भूमंडल पर आगमन होता है। यम परिवार के   read more