हर पात्र मतदाता का नाम सूची में जुड़ना सुनिश्चित करें, लापरवाही बर्दाश्त नहीं : डीएम मिथिलेश मिश्र

  • Post By Admin on Jul 07 2025
हर पात्र मतदाता का नाम सूची में जुड़ना सुनिश्चित करें, लापरवाही बर्दाश्त नहीं : डीएम मिथिलेश मिश्र

लखीसराय : आगामी चुनावों की तैयारियों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार चलाए जा रहे मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान-2025 की प्रगति की समीक्षा हेतु समाहरणालय लखीसराय में जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र की अध्यक्षता में सोमवार को एक महत्वपूर्ण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक आयोजित की गई।

बैठक में जिले के सीआरसी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, और मतदाता सूची से जुड़े विभिन्न कोषांगों के अधिकारी शामिल हुए।

25 जून से 27 जुलाई तक चल रहा है विशेष अभियान

जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि यह अभियान 25 जून से 27 जुलाई 2025 तक चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में जोड़ना, अपात्र नामों को हटाना, और पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से संपन्न करना है।

डीएम ने दिए स्पष्ट निर्देश – ‘समय पर और गुणवत्ता से हो कार्य’

बैठक में डीएम मिश्र ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इस अभियान को प्राथमिकता के आधार पर तत्परता से पूरा किया जाए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा, "मतदाता सूची की शुद्धता लोकतंत्र की बुनियाद है, इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।"

उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में कार्यरत कर्मियों को आवश्यक प्रशिक्षण, संसाधन और प्रेरणा देकर अभियान को प्रभावी बनाया जाए।

वरिष्ठ अधिकारी भी रहे उपस्थित

समीक्षा बैठक में उप विकास आयुक्त सुमित कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी प्रभाकर कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी राहुल कुमार, भूमि सुधार उप समाहर्ता सितु शर्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम, जिला पंचायती राज पदाधिकारी पम्मी रानी, सामाजिक सुरक्षा कोषांग की सहायक निदेशक सुश्री नैंसी मुर्मू, और जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक पिंटू कुमार समेत कई अधिकारी शामिल रहे।

मतदाताओं से की गई अपील

जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और समय रहते अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज या अद्यतन कराएं। इससे वे आगामी चुनावों में अपने मताधिकार का पूर्ण रूप से प्रयोग कर सकें।

यह अभियान लोकतंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, जिसमें प्रशासन की तत्परता और नागरिकों की भागीदारी दोनों ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।