भागवत कथा में भक्त प्रह्लाद और ध्रुव चरित्र पर विशेष चर्चा

  • Post By Admin on Dec 18 2024
भागवत कथा में भक्त प्रह्लाद और ध्रुव चरित्र पर विशेष चर्चा

मुजफ्फरपुर : जिले के पंकज मार्केट स्थित महिला सत्संग भवन में चल रही सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन आज आचार्य राजेश शर्मा ने श्री व्यास पीठ से भक्ति और दृढ़ संकल्प के महत्व पर प्रकाश डाला। आचार्य ने बताया कि जीवन में परमात्मा की कृपा से ही मनुष्य को सही दिशा और उद्देश्य मिलता है। इस दिन की कथा में प्रमुख रूप से भक्त प्रह्लाद, ध्रुव चरित्र और भगवान नृसिंह अवतार के प्रसंगों का वर्णन किया गया।

आचार्य राजेश शर्मा ने भागवत कथा में सबसे पहले गणेश वंदना और गुरु वंदना से कथा की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने ध्रुव की कथा सुनाई। ध्रुव जो पांच वर्ष के छोटे बच्चे थे ने अपने कठिन संघर्ष और दृढ़ संकल्प के माध्यम से भगवान के दर्शन प्राप्त किए। आचार्य ने बताया कि ध्रुव को उनकी सौतेली मां सुरुचि ने अपमानित किया था। जिसके कारण वे भगवान की भक्ति करने के लिए तपस्वी मार्ग पर चले गए थे।

ध्रुव ने भगवान नारायण का भजन किया और अंततः उन्हें भगवान ने दर्शन दिए। जिससे उनकी सारी समस्याएं समाप्त हो गईं। आचार्य ने श्रोताओं को बताया कि ध्रुव की भक्ति से यह सिखने को मिलता है कि जीवन में कठिनाइयों का सामना करते हुए भी भगवान के प्रति श्रद्धा और भक्ति बनाए रखना चाहिए।

इसके बाद भक्त प्रह्लाद का प्रसंग आया। जिसमें आचार्य ने बताया कि प्रह्लाद ने गर्भ में ही भगवान का नाम लिया था। इस भक्ति के कारण प्रह्लाद को कई कष्टों का सामना करने के बावजूद भगवान की कृपा प्राप्त हुई और उनका जीवन सफल हुआ। आचार्य ने कहा कि भक्त प्रह्लाद का जीवन यह सिखाता है कि भक्ति के रास्ते पर चलने से कोई भी संकट हमें पराजित नहीं कर सकता।

आचार्य राजेश शर्मा ने बताया कि भक्ति और दृढ़ संकल्प ही जीवन में सच्चे सुख की प्राप्ति का मार्ग हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि भगवान के भजन से ही मानव जीवन के सभी कष्ट दूर हो सकते हैं। उन्होंने इस दौरान भगवान नारायण की महिमा का बखान करते हुए श्रोताओं को भक्ति मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।

भागवत कथा के इस दिन के प्रमुख जजमान प्रमोद गोयनका, किशन अग्रवाल और अशोक संथालिया ने सपरिवार व्यास पीठ की पूजा अर्चना की। कथा में उमा चेतन, रानी चेतन, दरभंगा जिले से आई रेनू चेतन, किरण अग्रवाल, सुशीला संथालिया, रीता तुलस्यान, ऋतु भरतीया, रेनू खेतान और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

आचार्य ने बताया कि आगामी दिन में श्री कृष्ण जन्म और नंदोत्सव का प्रसंग भी सुनाया जाएगा। जो श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण और मंगलकारी रहेगा। सात दिवसीय भागवत कथा में श्रद्धालु बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और आचार्य की वाणी से भगवान की महिमा में पूरी तरह सराबोर हो रहे हैं।