धर्म समाचार
- Post by Admin on Nov 17 2025
नई दिल्ली : कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि इस बार 18 नवंबर को मनाई जाएगी। इस अवसर पर भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करेंगे। विशेष बात यह है कि इस बार मासिक शिवरात्रि आडल योग में पड़ रही है, जिसे ज्योतिषशास्त्र में अशुभ माना जाता है। ऐसे में भक्त विशेष पूजा विधि से शिव-सूर्य उपासना कर दुष्प्रभावों को दूर करने की कामना करेंगे। द्रिक पंचा read more
- Post by Admin on Nov 15 2025
पुरी : दुनिया भर के श्रद्धालुओं का केंद्र जगन्नाथ पुरी मंदिर अपनी आध्यात्मिक चमक, भव्य स्थापत्य और अनोखी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन इसी मंदिर से जुड़ा एक ऐसा नियम है, जिसे आज भी सुनकर लोग चौंक जाते हैं—मंदिर में अविवाहित प्रेमी जोड़ों का प्रवेश निषिद्ध है। कहते हैं कि चाहे रिश्ता पक्का हो चुका हो या दो लोग प्रेम संबंध में हों, जब तक वे विवाहिता नहीं होते, मंदि read more
- Post by Admin on Nov 07 2025
लखीसराय : कार्तिक माह के समापन अवसर पर शुक्रवार को लखीसराय शहर के पुरानी बाजार नया टोला वार्ड संख्या 12 स्थित रामबली यादव और लखिया देवी के आवास पर भव्य महा सत्संग सह भंडारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में संत मेंही दास सत्संग के जिला आश्रम प्रमुख श्रीकांत बाबा और पृथ्वी बाबा मुख्य प्रवचनकर्ता के रूप में उपस्थित रहे। सत्संग के दौरान श्रीकांत बाबा ने श्रद read more
- Post by Admin on Nov 05 2025
नई दिल्ली : हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इस दिन किया गया स्नान, पूजा और दान सौ गुना अधिक फलदायी माना जाता है। माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर किया गया पुण्य कर्म जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति दिलाता है और भगवान विष्णु तथा मां लक्ष्मी की असीम कृपा read more
- Post by Admin on Nov 01 2025
प्रयागराज : देवउठनी एकादशी यानी प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर प्रयागराज के यमुना घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ब्रह्ममुहूर्त से ही श्रद्धालु पवित्र यमुना में स्नान कर तुलसी और भगवान विष्णु के प्रतीक शालिग्राम का विवाह संपन्न करा रहे हैं। बलुआ घाट पर तुलसी-शालिग्राम विवाह का धार्मिक आयोजन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस मौके पर भक्तों ने पारंपरिक विधि- read more
- Post by Admin on Nov 01 2025
नई दिल्ली : कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि इस बार रविवार को पड़ रही है, जो ज्योतिष के अनुसार अत्यंत शुभ मानी जा रही है। इस दिन रवि योग का संयोग बन रहा है, जो शिक्षा, निवेश और व्यापार से जुड़े कार्यों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। द्रिक पंचांग के अनुसार, रविवार को सूर्य तुला राशि में और चंद्रमा कुंभ राशि में सुबह 11 बजकर 27 मिनट तक रहेंगे, इसके बाद चंद्रमा read more
- Post by Admin on Oct 26 2025
भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के न्यू मार्केट इलाके में स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर श्रद्धा और आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। यहां भक्त अपनी मनोकामनाएं शिला पर लिखकर भगवान हनुमान से प्रार्थना करते हैं, और माना जाता है कि हर सच्चे मन से लिखी गई मनोकामना अवश्य पूरी होती है। मंदिर में स्थित यह पवित्र शिला भक्तों की आस्था का प्रतीक बन चुकी है। भक्त read more
- Post by Admin on Oct 26 2025
नई दिल्ली : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि सोमवार को पड़ रही है। यह तिथि भगवान कार्तिकेय को समर्पित मानी जाती है और इसे स्कंद षष्ठी के रूप में देशभर में श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन विधिवत पूजा और व्रत करने से संतान सुख, विजय और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। द्रिक पंचांग के अनुसार सोमवार को सूर्य तुला राशि में और चंद्रमा धनु राशि में र read more
- Post by Admin on Oct 23 2025
नई दिल्ली : भारत में जब लोग छठ मईया के गीत गाते हुए डूबते और उगते सूरज को अर्घ्य देते हैं, तो यह केवल आस्था का क्षण नहीं होता—यह प्रकृति और विज्ञान का संगम होता है। सदियों पुरानी यह परंपरा, जिसे आयुर्वेद और लोकसंस्कृति दोनों ने 'जीवन का संतुलन' माना है। छठ पूजा की सबसे खास बात यह है कि यह केवल पूजा नहीं, बल्कि सूर्योपासना है। वेदों में कहा गया है, “सूर्योऽत्मा जगतस्त read more
- Post by Admin on Oct 23 2025
नई दिल्ली : भाई दूज के शुभ अवसर पर बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए विधि-विधानपूर्वक बंद कर दिए गए। अब अगले छह महीनों तक बाबा केदार ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान रहेंगे, जहां उनकी विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी। बर्फबारी और मौसम की कठिन परिस्थितियों को देखते हुए हर वर्ष शीतकाल में केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद किए जाते हैं। बाबा केदार की पंचमुखी चलविग्रह डो read more