विविध समाचार
- Post by Admin on Dec 07 2023
इन दिनों चल रहे COP28 के मौक़े पर जारी ग्लोबल टिपिंग पॉइंट्स रिपोर्ट- दुनिया की तबाही और बर्बादी की कगार पर पहुँचने की दास्तान बयान करती है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि ग्लोबल वार्मिंग ने इस धरती पर मौजूद सभी समुद्री और ज़मीनी सिस्टम (प्रणालियों) को नष्ट होने की कगार पर ला खड़ा किया है और अगर हालात जल्दी नहीं बदले तो वह दिन दूर नहीं जब यह नष्ट हो जायेंगी और इनके साथ साथ समुद्र और ज़म read more
- Post by Admin on Dec 06 2023
फॉसिल फ्यूल से वैश्विक स्तर पर होने वाले एमिशन में वर्ष 2023 में एक बार फिर उछाल आया है और अब यह रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट की विज्ञान टीम के एक नये शोध में यह बात सामने आयी है। ग्लोबल कार्बन बजट के सालाना अनुमान के मुताबिक वर्ष 2023 में 36.8 बिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) के एमिशन का अनुमान लगाया है। यह वर्ष 2022 के मुकाबले 1.1 बिलियन टन ज्यादा है। यूरोप और अमेर read more
- Post by Admin on Dec 06 2023
जलवायु संबंधी चिंताओं को दूर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, संयुक्त अरब अमीरात और अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) ने हाइड्रोजन उत्पादन से ग्रीनहाउस गैस एमिशन को मापने के लिए COP28 में एक पद्धति की शुरुआत की है। लेकिन इसके साथ एक विवाद को भी जन्म मिल गया है। दरअसल कुछ विशेषज्ञों का तर्क है कि यह पद्धति अनजाने में, फ़ोस्सिल फ्यूल से प्राप्त हाइड्रोजन को, क्लीन हाइड्रोजन की तर read more
- Post by Admin on Dec 04 2023
एक प्रमुख वैश्विक अर्थशास्त्र कंसल्टेंसी, कैंब्रिज इकोनोमेट्रिक्स की एक हालिया रिपोर्ट, तेल और गैस की कीमतों में वृद्धि की स्थिति में, रिन्यूबल एनर्जी का रुख करने में तेजी लाने के महत्वपूर्ण वित्तीय लाभों को रेखांकित करती है। इस अध्ययन में न ऊर्जा मूल्य महंगाई के झटकों के आर्थिक असर पर विचार किया गया है बल्कि 2022/23 में बने ऊर्जा संकट, जिसका वैश्विक मूल्य स्तरों पर व्या read more
- Post by Admin on Dec 04 2023
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के स्मिथ स्कूल ऑफ एंटरप्राइज एंड द एनवायरनमेंट की एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि 2050 के आसपास नेट ज़ीरो एमिशन हासिल करने के लिए कार्बन कैप्चर एंड स्टोरेज (सीसीएस) पर बहुत अधिक निर्भर रहने की महत्वपूर्ण आर्थिक लागत हो सकती है। अध्ययन से पता चलता है कि नेट ज़ीरो के लक्ष्य के लिए इस दिशा में जाना, रिन्यूबल एनेर्जी, एनेर्जी एफ़िशियेनसी और विद्युतीकरण के रास्ते read more
- Post by Admin on Dec 04 2023
अस्पतालों पर एक नया खतरा मंडरा रहा है और यह खतरा लाई है बदलती जलवायु। जी हाँ, चरम मौसम की घटनाएँ अस्पतालों को बंद तक करा सकती हैं। दरअसल क्रॉस डिपेंडेंसी एनालिसिस (एक्सडीआई) द्वारा आज जारी एक नई रिपोर्ट के अनुसार, यदि दुनिया के तमाम देश फॉसिल फ्यूल एमिशन पर अंकुश लगाने में विफल रहते हैं, तो दुनिया भर में हर 12 अस्पतालों में से 1 पर जलवायु परिवर्तन के चलते होने व read more
- Post by Admin on Dec 02 2023
भारत के 40% कार्यबल को रोजगार देने वाला कृषि क्षेत्र जलवायु परिवर्तन से गंभीर खतरे में है। फसल पैदावार कम होने के चलते इस साल पहले ही खाद्य कीमतों में 11.51% की वृद्धि देखी जा रही है और इस बीच बढ़ते तापमान के चलते पैदावार के और कम होने की पूरी संभावना है। 'भारत में कृषि पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव' नामक एक हालिया विश्लेषण में, क्लाइमेट ट्रेंड्स ने बदलते ग्रीष्मकालीन मानसून के प्रति भा read more
- Post by Admin on Dec 01 2023
संयुक्त राष्ट्र की ताज़ा बैठक दुबई में शुरू हो गयी है और इसकी सफल शुरुआत को ले कर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। फिलहाल इस बैठक की शुरुआत में दुनिया के लगभग सभी देश, दुनिया भर के कमजोर देशों को ग्लोबल वार्मिंग के कारण होने वाले अत्यधिक खराब मौसम से निपटने में मदद करने के लिए बनाए गए लॉस एंड डैमेज फंड को चलाने के विवरण पर सहमत होने के लिए तैयार हैं। अगर यह सहमति बन जाती है तो यह दुबई में read more
- Post by Admin on Nov 29 2023
एक बेहद सकारात्मक घटनाक्रम में, संयुक्त राष्ट्र की 28वीं जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी28) के इस सप्ताह दुबई में शुरू होने से ठीक पहले, ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर (जीईएम) के ताजा तिमाही आंकड़ों से पता चलता है कि चीन को छोड़कर, वैश्विक स्तर पर नए कोयला बिजली निर्माण में महत्वपूर्ण गिरावट आई है। ग्लोबल कोल प्लांट ट्रैकर की नवीनतम जानकारी के अनुसार अक्टूबर 2023 तक, इस साल में शु read more
- Post by Admin on Nov 27 2023
आईईए के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, आज की नीतिगत व्यवस्था के तहत भी, तेल और गैस दोनों की वैश्विक मांग 2030 तक पीक पर पहुंच जाएगी। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए और मजबूत कदम का मतलब दोनों ईंधनों की मांग में गिरावट लाना वाजिब है। ग्लोबल वार्मिंग को डेढ़ डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लक्ष्य को पहुंच के भीतर बनाए रखने के लिए सदी के मध्य तक नेट ज़ीरो उत्सर्जन तक पहुंचने की राह में 2050 तक त read more