बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ पर डीएम ने दी सशक्त बनाने की अपील

  • Post By Admin on Nov 28 2024
बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के शुभारंभ पर डीएम ने दी सशक्त बनाने की अपील

सीतामढ़ी : समाहरणालय स्थित विमर्श सभागार में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित “बाल विवाह मुक्त भारत अभियान” के शुभारंभ अवसर पर जिला पदाधिकारी रिची पांडेय ने समाज के हर वर्ग से एकजुट होकर बाल विवाह के उन्मूलन के लिए संकल्प लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि बाल विवाह को समाप्त करने के लिए बच्चों के प्रति सामाजिक व्यवहार में परिवर्तन, लिंग भेदभाव की समाप्ति, बालिकाओं को बेहतर कैरियर अवसर प्रदान करना और सरकार की विभिन्न योजनाओं का उचित लाभ दिलाना जरूरी है।

अपने संबोधन में डीएम ने बाल विवाह के नकारात्मक प्रभावों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बाल विवाह बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा और विकास को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। यह न केवल बालिकाओं के व्यक्तिगत विकास में रुकावट डालता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। उन्होंने बाल विवाह में शामिल सभी पक्षों, जैसे पंडित, बैंड बाजा, टेंट और हलवाई सहित रिश्तेदारों को भी सजा का प्रावधान होने की बात कही और अभिभावकों को बच्चों के विवाह के बजाय उनके उज्जवल भविष्य और कैरियर पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया।

जिला पदाधिकारी ने बाल विवाह को खत्म करने के लिए सभी कर्मचारियों और अधिकारियों से बाल विवाह निषेध की शपथ ली और सूचना तंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की बात भी की। जिससे इस सामाजिक बुराई के खिलाफ सशक्त कदम उठाए जा सकें। उन्होंने विशेष रूप से “हॉट स्पॉट” क्षेत्रों को चिन्हित करने और वहां जागरूकता फैलाने की जरूरत को भी रेखांकित किया।

डीएम ने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और कानून का उल्लंघन है। जो बालिकाओं को शिक्षा, सुरक्षा और विकास के अवसर से वंचित करता है। उन्होंने सभी उपस्थित जनों से शपथ ली कि वे बाल विवाह के खिलाफ हर संभव प्रयास करेंगे और इस पर पूर्ण विराम लगाने के लिए अपना योगदान देंगे।

कार्यक्रम में डीपीओ आईसीडीएस कंचन कुमारी गिरी, डीपीआरओ कमल सिंह, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई लाल कृष्ण राय, उड़ान परियोजना यूनिसेफ और प्रथम संस्था के जिला समन्वयक सुधीर कुमार, डीपीएम मो एजाज अंसारी, सभी सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिकाएं सहित समाहरणालय के अन्य कर्मी भी उपस्थित थे।