पूर्णिया में गिरिराज सिंह का सियासी वार, बोले– एनडीए सरकार बनते ही बांग्लादेशी घुसपैठियों की होगी घर वापसी
- Post By Admin on Aug 25 2025
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पूर्णिया : बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को पूर्णिया में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनती है, तो 1971 के बाद बिहार में रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि बांग्लादेशी घुसपैठ बिहार की बड़ी समस्या बन चुकी है और इसका सीधा असर राज्य की सुरक्षा, संसाधनों और सामाजिक ढांचे पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएगा। कोई भी पार्टी या नेता उन्हें बचा नहीं पाएगा। यह एनडीए का पक्का संकल्प है।”
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये नेता घुसपैठियों के समर्थन में खड़े होकर केवल वोट बैंक की राजनीति करते हैं, जबकि एनडीए बिहार की जनता की सुरक्षा और विकास के लिए काम कर रही है।
उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि बीते 20 वर्षों में एनडीए की सरकार ने बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पानी और जल निकासी जैसे बुनियादी क्षेत्रों में ऐतिहासिक प्रगति की है। यही वजह है कि जनता का विश्वास एनडीए पर कायम है और एक बार फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा पर कटाक्ष करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार पर वर्षों के शासन में भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा, जबकि यूपीए सरकार अपने पूरे कार्यकाल में घोटालों में घिरी रही। उन्होंने कहा, “लालू प्रसाद यादव 15 साल सत्ता में रहे लेकिन बिहार का विकास नहीं कर पाए। वे जेल भी गए। आज उनके बेटे तेजस्वी यादव वही राजनीति कर रहे हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के पास जनता को दिखाने के लिए कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए केवल झूठे वादों और आरोपों के सहारे राजनीति कर रहे हैं।”
नीतीश कुमार के मदरसा बोर्ड के कार्यक्रम में टोपी न पहनने के मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुस्लिम समुदाय और अल्पसंख्यकों के लिए अनेक योजनाएं चलाईं और वास्तविक काम किया है। “टोपी पहनना केवल नौटंकी है। नीतीश कुमार ने दिखावे के बजाय असली विकास किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी टोपी नहीं पहनते लेकिन उन्होंने बिना भेदभाव के सबका साथ, सबका विकास का रास्ता अपनाया है।”
लालू यादव पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे सिर्फ दिखावे की राजनीति करते हैं, चाहे टोपी पहनना हो या छठ पूजा का दिखावटी आयोजन। “नीतीश कुमार ने जो काम अल्पसंख्यकों के लिए किया, वह लालू प्रसाद यादव अपने पूरे कार्यकाल में नहीं कर पाए,” गिरिराज सिंह ने कहा।
योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह वास्तव में गंभीर थीं तो इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी के शासन में बांग्लादेशी घुसपैठियों की नागरिकता का मुद्दा उठातीं। उन्होंने कहा कि गजवा-ए-हिंद जैसी बातें देश की जनता को स्वीकार नहीं हैं।
उन्होंने साफ किया कि भारत में रहने वाले बांग्लादेशी मुसलमानों को नागरिकता नहीं दी जाएगी। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का समर्थन करते हुए कहा कि जैसे असम में घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, वैसे ही बिहार में भी एनडीए सरकार बनते ही बड़े स्तर पर पहचान कर उन्हें बाहर किया जाएगा।
पप्पू यादव द्वारा राजद नेता तेजस्वी यादव को जननायक कहे जाने पर भी गिरिराज सिंह ने तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि पप्पू यादव पहले लालू और तेजस्वी के घोर विरोधी थे और आज अचानक उनकी तारीफ करना केवल राजनीतिक स्वार्थ है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर पप्पू यादव रोजाना पैसे बांटने का दावा करते हैं तो यह पैसा आता कहां से है? इसकी जांच आयकर विभाग को करनी चाहिए।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की राजनीतिक पहचान पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, “अगर राहुल गांधी गांधी परिवार में और तेजस्वी यादव लालू प्रसाद यादव के घर पैदा नहीं हुए होते तो उनकी कोई पहचान न होती। दोनों ही परिवारवाद की राजनीति के प्रतीक हैं।”
उन्होंने राहुल गांधी के पुराने “आलू से सोना बनाने वाले बयान” का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वे देश की अर्थव्यवस्था या कृषि को समझने में पूरी तरह विफल हैं। “राहुल गांधी गेहूं की फसल और गाय के बछड़े की पहचान भी नहीं कर सकते, फिर वे देश की दिशा और दशा क्या समझेंगे,” उन्होंने व्यंग्य कसा।
पूर्णिया दौरे पर उन्होंने स्थानीय एनडीए कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और चुनावी रणनीति पर चर्चा की। गिरिराज सिंह ने कहा कि आने वाले चुनाव में जनता विकास और सुरक्षा को लेकर एनडीए के साथ खड़ी होगी। “बिहार में महागठबंधन की राजनीति अब कमजोर हो चुकी है। राजद और कांग्रेस के पास केवल वंशवाद और वोट बैंक की राजनीति बची है। जनता अब उनके बहकावे में नहीं आएगी।”