हरतालिका तीज पर चार दुर्लभ संयोग, शिव-पार्वती की आराधना से मिलेगा अखंड सौभाग्य
- Post By Admin on Aug 25 2025

नई दिल्ली : सावन-भादो के पावन महीनों में आने वाला हरतालिका तीज व्रत इस बार बेहद खास संयोग लेकर आया है। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर मनाया जाने वाला यह पर्व सुहागिन महिलाओं और अविवाहित कन्याओं दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। महिलाएं जहां पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं, वहीं कन्याएं योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए यह व्रत रखती हैं।
इस बार हरतालिका तीज 26 अगस्त, मंगलवार को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार तृतीया तिथि 25 अगस्त को प्रातः 11 बजकर 39 मिनट से प्रारंभ होकर 26 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक रहेगी। उदयातिथि के नियमों के अनुसार व्रत 26 अगस्त को रखा जाएगा और उपवास का पारण 27 अगस्त को चतुर्थी तिथि के सूर्योदय के बाद किया जाएगा।
चार शुभ योग बनाएंगे पर्व को विशेष
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार तीज के साथ चार अत्यंत दुर्लभ और फलदायी योग बन रहे हैं।
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सर्वार्थ सिद्धि योग – यह योग साधक के सभी कार्यों को सफल बनाने वाला और बाधाओं को दूर करने वाला माना जाता है।
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शोभन योग – विवाह, गृहप्रवेश, व्रत और धार्मिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ योग।
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गजकेसरी योग – गुरु और चंद्रमा की युति से बनने वाला यह योग बुद्धि, प्रतिष्ठा और सौभाग्य में वृद्धि करता है।
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पंचमहापुरुष योग – ग्रहों की विशेष स्थिति से बनने वाला यह योग उच्च पद, दीर्घायु और विशेष लाभ प्रदान करने वाला होता है।
पूजन विधि और परंपरा
सुबह स्नान के बाद महिलाएं व्रत का संकल्प लेकर घर के पवित्र स्थान पर मिट्टी, पीतल या चांदी की शिव-पार्वती प्रतिमा की स्थापना करती हैं। भगवान गणेश के साथ शिव-पार्वती की षोडशोपचार पूजा की जाती है, जिसमें बेलपत्र, धूप, दीप, फूल, फल और मिष्ठान्न अर्पित किए जाते हैं। पूजा के बाद हरतालिका तीज व्रत कथा का श्रवण अनिवार्य माना गया है।
इस दिन चंद्र दर्शन वर्जित होता है। यदि गलती से चंद्रमा दिख जाए, तो स्वमंतक मणि कथा सुनना आवश्यक होता है। रात्रि भर महिलाएं जागरण करती हैं और भजन-कीर्तन से वातावरण को भक्तिमय बना देती हैं।
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पूरे श्रद्धाभाव और विधिपूर्वक व्रत करने से विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और अविवाहित कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। इस बार के दुर्लभ संयोग व्रत की महत्ता और भी बढ़ा रहे हैं।