धर्म समाचार
- Post by Admin on Sep 26 2025
नई दिल्ली : आश्विन मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को नवरात्रि का छठा दिन मां कात्यायनी को समर्पित होता है। शक्ति और साहस की प्रतीक मां कात्यायनी की आराधना इस दिन विशेष फलदायी मानी जाती है। मान्यता है कि विधि-विधान से पूजा करने पर शीघ्र विवाह, वैवाहिक जीवन में खुशहाली और शत्रुओं पर विजय का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ज्योतिषीय स्थिति और शुभ मुहूर्त द्रिक पंचांग के read more
- Post by Admin on Sep 25 2025
नई दिल्ली : आश्विन मास की शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि पर शुक्रवार को नवरात्रि का पांचवां दिन है। इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना की जाती है, जो माता पार्वती का मातृत्वपूर्ण रूप हैं। उनकी आराधना से संतान सुख, आध्यात्मिक विकास, ज्ञान और शक्ति की प्राप्ति होती है, साथ ही परिवार में सुख-समृद्धि आती है। द्रिक पंचांग के अनुसार, इस दिन सूर्य कन्या राशि में और चंद्रमा दोपहर 3:23 बजे read more
- Post by Admin on Sep 24 2025
भोपाल : शारदीय नवरात्रि पर मध्य प्रदेश के प्राचीन शक्तिपीठों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना और साधना के इस महापर्व पर श्रद्धालु प्रदेश के उज्जैन, अमरकंटक और अन्य पवित्र स्थलों पर पहुंचकर माता की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। अवंति शक्तिपीठ (उज्जैन): शिप्रा नदी के पूर्वी तट पर स्थित अवंति शक्तिपीठ, जिसे भैरव पर्वत मंदिर भी कहा जा read more
- Post by Admin on Sep 23 2025
नई दिल्ली : शारदीय नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-आराधना विशेष श्रद्धा और विधिपूर्वक की जाती है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी का महत्व सबसे अधिक माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से जीवन में तप, त्याग, संयम और सदाचार की शक्ति मिलती है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में मां ब्रह्मचारिणी के तीन प्रमुख मंदिर विशे read more
- Post by Admin on Sep 23 2025
उत्तर प्रदेश : शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से आरंभ हो गई है। यह पर्व देवी दुर्गा की उपासना और साधना का प्रमुख महापर्व माना जाता है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। राज्य में कई प्राचीन और सिद्ध मंदिर हैं, जिनमें पांच शक्तिपीठ विशेष पूजनीय माने जाते हैं और जिनका उल्लेख देवी पुराण में भी मिलता है। श्रीउमा शक्तिपीठ, वृंदाव read more
- Post by Admin on Sep 19 2025
नई दिल्ली : आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि इस बार शनिवार को पड़ रही है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। चतुर्दशी श्राद्ध उन पितरों के लिए किया जाता है जिनकी अकाल मृत्यु (दुर्घटना, हत्या, आत्महत्या आदि) हुई हो। वहीं, शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है, जिससे यह तिथि और भी फलदायी मानी जा रही है। पंचांग और शुभ मुहूर्त द्रिक पंचा read more
- Post by Admin on Sep 18 2025
नई दिल्ली : माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए राहत भरी खबर है। लगातार खराब मौसम और भूस्खलन के बाद स्थगित की गई यात्रा गुरुवार से दोबारा शुरू हो गई है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा, “जय माता दी। श्री माता वैष्णो देवी यात्रा आज फिर से शुरू हुई।” श्राइन बोर्ड के मुताबिक, तीर्थयात्र read more
- Post by Admin on Sep 16 2025
नई दिल्ली : आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की इंदिरा एकादशी इस बार बुधवार को मनाई जाएगी। हिंदू धर्मशास्त्रों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से व्रत और पितृ तर्पण करने से जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट होते हैं और पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। दृक पंचांग के अनुसार, इस दिन अभिजीत मुहूर्त उपलब्ध नहीं होगा, जबकि राहुकाल दोपहर 12:15 बजे से 1:47 read more
- Post by Admin on Sep 14 2025
नई दिल्ली : सपनों की दुनिया हमेशा से ही रहस्यमयी रही है। इनमें आने वाले दृश्य और प्रतीक अक्सर जीवन की गहरी सच्चाइयों और भविष्य की घटनाओं का संकेत माने जाते हैं। इन्हीं में से एक है सपनों में सांप का दिखना। सांप को हिंदू धर्म और प्राचीन स्वप्न शास्त्र में अत्यंत रहस्यमयी प्रतीक माना गया है। यह केवल भय या खतरे का संकेत नहीं होता, बल्कि जीवन में आने वाले शुभ-अशुभ परिवर् read more
- Post by Admin on Sep 11 2025
नासिक : पितृपक्ष के पवित्र अवसर पर महाराष्ट्र के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए विशेष पूजा ‘नारायण नागबली’ का आयोजन किया गया। देशभर से हजारों श्रद्धालु इस धार्मिक स्थल पर पहुंचे और अपने पितरों के उद्धार की कामना की। त्र्यंबकेश्वर के पुरोहित संघ के अध्यक्ष मनोज विनायक थेटे ने आईएएनएस को बताया कि पितृपक्ष के इन पुण्य दिनों में श् read more