21वीं सदी में शांति और संघर्ष समाधान में गाँधी जी का महत्व विषय पर संगोष्ठी आयोजित

  • Post By Admin on Apr 02 2024
21वीं सदी में शांति और संघर्ष समाधान में गाँधी जी का महत्व विषय पर संगोष्ठी आयोजित

मुजफ्फरपुर : मंगलवार को जिला स्थित रामदयालु सिंह महाविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा '21वीं सदी में शांति और संघर्ष समाधान में गाँधी जी का महत्व' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. प्रिय रंजन कुमार के साथ कॉलेज की प्राचार्या अनिता सिंह व इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष मौजूद रहीं।

संगोष्ठी में उपस्थित सभी छात्र एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए गांधी जी के विचारों पर प्रकाश डाला गया। उन्हें बताया गया कि गांधी जी सदैव सत्य और अहिंसा के पथ पर चलें। बच्चों को भी गांधी जी के बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए सत्य और अहिंसा के पथ पर चलना चाहिए। वर्तमान परिवेश में लोग भौतिकवादी सुखों और पैसों के पीछे भाग रहे हैं। इन भौतिकवादी सुखों की लालसा में व्यक्ति गलत आचरण में पड़ने से भी गुरेज नहीं कर रहा है, जिसकी वजह से जिंदगी में शांति नहीं है। 'सादा जीवन, उच्च विचार' महात्मा गांधी का आदर्श वाक्य है। इस वाक्य को जीवन में आत्मसात करने से ही जीवन में शांति की अनुभूति होगी।

साथ ही उपस्थित छात्रों को गांधी जी के मूल विचारों से भी अवगत कराया गया। जैसे गांधी जी का मानना था कि प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थाई होती है। जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो, तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है। काम की अधिकता नहीं, अनियमितता व्यक्ति को मार डालती है। ऐसे जिएं कि जैसे आपको कल मरना है और सीखें ऐसे जैसे आपको हमेशा जीवित रहना है।

इस मौके पर काफी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहें। सभी ने गांधी जी के विचारों को अपनाने व जीवन में आत्मसात करने की शपथ ली।