स्वच्छता दूत सुनील सरला का अनूठा अभियान, 10 हजार लोगों को दिलाई स्वच्छता की शपथ
- Post By Admin on Oct 11 2024
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मुजफ्फरपुर : जिला के मालीघाट मोहल्ला, मुसहरी प्रखंड के निवासी और कठपुतली कलाकार सुनील सरला इन दिनों स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। 45 वर्षीय सरला, अपने सामाजिक अभियान के तहत बिहार के कई जिलों में स्वच्छता का संदेश फैला रहे हैं। उनका कहना है कि स्वच्छता को अपनी आदत में शामिल कर, हम कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
सरला ने अब तक 10,000 से अधिक लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई है। पटना, समस्तीपुर, भागलपुर और बक्सर जैसे जिलों में अपने कठपुतली नाटक "सफाई अपनाओ, बीमारी भगाओ" के माध्यम से वे लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक कर रहे हैं। उनका मानना है कि गीले और सूखे कचरे को अलग रखने और प्लास्टिक के उपयोग से बचने की आदत से पर्यावरण को बहुत लाभ होगा।
सरला अपने गीत "चल हो भईया, चल हो दीदी, हाथ से हाथ मिलाई के, महिमा साफ सफाई के" और "ये वक्त की आवाज है, सफाई अपनाओ, ये जिंदगी का राज है" के माध्यम से लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। उनका मानना है कि स्वच्छता न केवल एक आदत है, बल्कि यह एक संस्कार भी है, जिसे सभी को अपनाना चाहिए।
सुनील सरला को पर्यावरण और स्वच्छता के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए देश-विदेश में सम्मानित किया जा चुका है। पटना में पीपल नीम तुलसी अभियान द्वारा 'पर्यावरण योद्धा सम्मान 2023', प्रयागराज में 'पर्यावरण मित्र सम्मान' और नेपाल के लुंबिनी में 'बोधि वृक्ष कॉरिडोर निर्माण' के लिए विशेष सम्मान जैसे पुरस्कार उनके नाम हैं।
सरला का अभियान सिर्फ स्वच्छता तक सीमित नहीं है, बल्कि वे प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करने और पर्यावरण संरक्षण पर भी काम कर रहे हैं। वे लोगों को खरीदारी करते समय प्लास्टिक बैग के स्थान पर झोला उपयोग करने के लिए प्रेरित करते हैं। उनका मानना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक न केवल प्रदूषण फैलाता है, बल्कि यह पर्यावरण और जानवरों के लिए भी हानिकारक है।
सरला के इस स्वच्छता अभियान में सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान, विंध्यवासिनी देवी लोक कला संस्कृति मंच, परफेक्ट सोल्यूशन सोसाइटी, चाइल्डसेफ, कठपुतली कला केन्द्र, राम जानकी प्रगति सेवा संस्थान और कई अन्य संस्थाओं का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पर्यावरणविद अनिल प्रकाश और पीपल नीम तुलसी अभियान के संस्थापक डॉक्टर धर्मेन्द्र कुमार ने भी उनके इस अभियान में अपना समर्थन दिया है।
सुनील सरला का यह अभियान समाज में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है।