जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर तिथि स्पष्ट, 25 सितंबर को रखा जाएगा व्रत
- Post By Admin on Sep 20 2024

मुजफ्फरपुर : हिंदू धर्म में जीवित्पुत्रिका व्रत, जिसे जितिया व्रत भी कहा जाता है, का विशेष महत्व है। महिलाएं इस व्रत को संतान की दीर्घायु, सुरक्षा और उत्तम संतति की प्राप्ति के लिए करती हैं। हर साल यह व्रत हिंदू पंचांग के अनुसार ही रखा जाता है, लेकिन कई बार पंचांगों में तिथियों के अंतर के कारण व्रत करने वालों में तिथि को लेकर संशय उत्पन्न हो जाता है।
शहर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित जय किशोर मिश्र ने इस साल की तिथि को लेकर किसी भी भ्रम से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष जीवित्पुत्रिका व्रत 25 सितंबर, बुधवार को रखा जाएगा। व्रतियों को 24 सितंबर को 'नहाए-खाए' की प्रक्रिया से व्रत की शुरुआत करनी होगी। इसके बाद 25 सितंबर को 24 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाएगा, और 26 सितंबर को पारण के साथ व्रत का समापन होगा।
पंडित मिश्र ने बताया कि जीवित्पुत्रिका व्रत दुर्गा अष्टमी और उदय अष्टमी से संबंधित होता है। जिस दिन सूर्यकालीन उदय अष्टमी होती है, उसी दिन इस व्रत का पालन किया जाता है। इस तिथि के अनुसार 25 सितंबर को ही व्रत रखा जाना उचित होगा।
व्रत से जुड़ी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत का पालन संतान की कुशलता और उसकी दीर्घायु के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।