संयुक्त वाम मोर्चा ने केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ उठाई कई मांगें
- Post By Admin on Dec 31 2024

मोतिहारी : संयुक्त वाम मोर्चा के आह्वान पर जिले के चरखा पार्क में एक दिवसीय धरना आयोजित किया गया। धरने का मुख्य उद्देश्य केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी, वन नेशन वन इलेक्शन बिल, बीएससी छात्रों पर पटना में की गई पुलिसिया कार्यवाही और बिहार सरकार द्वारा उठाए गए कई अन्य मुद्दों पर विरोध जताना था। धरने की अध्यक्षता माकपा के जिला मंत्री सत्येन्द्र कुमार मिश्र ने की। जबकि अन्य नेताओं ने भी इस अवसर पर अपनी आवाज बुलंद की। पार्टी नेताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की जरूरत पर जोर दिया।
जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अंबेडकर पर की गई टिप्पणी पर उन्हें पद से हटाने, वन नेशन वन इलेक्शन बिल को वापस लेने, चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने, पटना में बीएससी छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के आरोपी मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने, किसानों को सही तरीके से कृषि ऋण माफ करने और बेतिया राज के जमीन पर बसे लोगों को उसी स्थान पर बासकीत पर्चा देने शामिल हैं। धरने में शामिल नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह संप्रदायवाद और जातिवाद को बढ़ावा देकर साम्राज्यवाद और कॉर्पोरेट परक नीतियों को लागू करने में लगी है। इस कारण देश की जनता पर फिर से गुलामी थोपने की कोशिश की जा रही है। बिहार में नीतीश सरकार द्वारा छात्रों पर लाठीचार्ज कर अपनी कमजोरी छिपाने की कोशिश की गई। जिस पर आम जनता में गहरा आक्रोश है। इस आक्रोश का उदाहरण धरने और प्रदर्शन में साफ तौर पर देखा गया। धरने को माकपा के अशोक पाठक, धनंजय पुरी, राज किशोर सिंह, मुकेश कुमार यादव, संतोष कुमार पटेल, बंकिम चंद्र दत्त, ब्रज किशोर गुप्ता, ध्रुव त्रिवेदी, कुमार दिनेश प्रसाद, कुशवाहा समसुल हक अंसारी, एजाज उल हक, दिलीप कुशवाहा, मोहम्मद जमालुद्दीन, पंचानंद सिंह, लालाबाबू कुशवाहा और अन्य नेताओं ने संबोधित किया। भाकपा के डॉक्टर शंभू शरण सिंह, रामायण सिंह, विश्वनाथ यादव, भाकपा (माले) के शंभू लाल यादव और राघव साह भी इस धरने में शामिल हुए।