राहुल गांधी ने देव सूर्य मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ शुरू किया वोटर अधिकार यात्रा का दूसरा दिन
- Post By Admin on Aug 18 2025
 
                    
                    औरंगाबाद : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दूसरे दिन की शुरुआत सोमवार सुबह औरंगाबाद जिले के देवकुंड स्थित प्राचीन एवं प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर में पूजा-अर्चना से की। कांग्रेस नेता ने यहां भगवान भास्कर की आराधना कर देश में सुख-शांति, समृद्धि और लोकतंत्र की मजबूती की कामना की। इस दौरान महागठबंधन के कई प्रमुख नेता, जिनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शामिल थे, उनके साथ मौजूद रहे।
देव सूर्य मंदिर, जिसे ऊर्जा और शक्ति का अनंत स्रोत माना जाता है, में पूजा के बाद राहुल गांधी ने यात्रा का आगे का सफर शुरू किया। बिहार कांग्रेस ने इस अवसर की तस्वीरें सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर साझा करते हुए लिखा कि जननायक नेता विपक्ष राहुल गांधी और इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने देवकुंड सूर्य मंदिर में पूजा-अर्चना कर देशवासियों के कल्याण और लोकतंत्र की रक्षा की प्रार्थना की।
राहुल गांधी रविवार की शाम औरंगाबाद पहुंचे थे, जहां उन्होंने महागठबंधन कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ संवाद किया। सोमवार को देव सूर्य मंदिर में पूजा के बाद उन्होंने यात्रा की दूसरी पड़ी की शुरुआत गुरारू बागड़िहा मोड़ से की। इस दौरान वे रास्ते में विभिन्न स्थानों पर जनसभाओं को संबोधित करेंगे और लोगों से सीधा संवाद कर उन्हें अपने वोट के महत्व और अधिकारों को लेकर जागरूक करेंगे। बताया गया कि यात्रा के अंतर्गत आज वे गया जिले में प्रवेश करेंगे और गेवाल बिगहा के खलीस पार्क के पास एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे रसलपुर में रात्रि विश्राम करेंगे।
राहुल गांधी की यह ‘वोटर अधिकार यात्रा’ 17 अगस्त को बिहार के ऐतिहासिक सासाराम से शुरू हुई थी। पहले दिन उन्होंने लगभग 60 किलोमीटर की दूरी तय की और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा केवल राजनीतिक अभियान नहीं, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने और नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का प्रयास है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस यात्रा का मूल उद्देश्य देशभर में यह संदेश देना है कि वोट केवल एक अधिकार नहीं बल्कि लोकतंत्र की असली ताकत है।
पूरी यात्रा 16 दिनों तक चलेगी और करीब 20 जिलों से होकर गुजरेगी। अनुमान है कि कुल 1,300 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद यह यात्रा 1 सितंबर को पटना में एक विशाल जनसभा के साथ समाप्त होगी। इस समापन रैली को लेकर कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के सहयोगी दलों ने बड़े स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार में राहुल गांधी की यह पहल आगामी लोकसभा चुनावों की दिशा और माहौल को प्रभावित कर सकती है।
इस दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस, राजद, वाम दलों समेत इंडिया ब्लॉक के कई नेता यात्रा में कदम से कदम मिलाते नजर आ रहे हैं। स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं और जनता की भारी भीड़ इस यात्रा के स्वागत में उमड़ रही है। जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं और नारों के साथ उनका स्वागत किया। ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने भी यात्रा में दिलचस्पी दिखाई और इसे लोकतांत्रिक जागरूकता का अभियान बताया।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, राहुल गांधी की इस यात्रा का उद्देश्य न केवल वोटिंग अधिकारों को लेकर जनजागरण करना है, बल्कि बिहार की सियासत में महागठबंधन को मजबूती देना और भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकजुटता का संदेश देना भी है। इस यात्रा से बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है और सभी दल इसकी दिशा और प्रभाव पर नजर बनाए हुए हैं।