भाकपा-माले ने किया बदलो बिहार महाजुटान रैली की घोषणा
- Post By Admin on Feb 11 2025

मुजफ्फरपुर : भाकपा-माले द्वारा आगामी 2 मार्च को पटना गांधी मैदान में आयोजित ‘बदलो बिहार महाजुटान’ रैली को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। पार्टी ने इस रैली को ऐतिहासिक बताया है, जिसमें बिहार के सभी सामाजिक और लोकतांत्रिक ताकतों की भागीदारी होगी। रैली का उद्देश्य न्यायपूर्ण और नये बिहार की दिशा में आंदोलनरत संगठनों, समूहों और लोगों के सवालों को उठाना है।
भाकपा-माले की मुजफ्फरपुर जिला कमिटी की बैठक हरिसभा चौक स्थित जिला कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें रैली की आयोजन की योजना बनाई गई। बैठक में पार्टी के जिला सचिव कृष्णमोहन, महिला संगठन ऐपवा की जिला सचिव रानी प्रसाद और शर्मिला देवी, ऐक्टू के जिला सचिव मनोज कुमार यादव, बागमती संघर्ष मोर्चा के नेता जितेन्द्र यादव, इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आफताब आलम, इंसाफ मंच के नेता असलम रहमानी समेत कई अन्य नेताओं ने भाग लिया।
बैठक में यह बताया गया कि रैली में बिहार के विभिन्न हिस्सों से स्कीम वर्कर्स, मजदूर, किसान, छात्र, नौजवान, महिलाएं और दर्जनों अन्य संगठनों के सदस्य हिस्सा लेंगे। इन संगठनों में स्कीम वर्कर्स के संगठनों के अलावा आशाकर्मी, जीविका दीदी, महिला समूह, निर्माण मजदूर यूनियन, ट्रेड यूनियन्स और किसान संगठन प्रमुख रूप से शामिल होंगे। साथ ही, नीतीश सरकार द्वारा गरीबों के रोजगार के लिए घोषित दो लाख रुपये की योजना पर आंदोलन कर रहे हजारों गरीब-गुरबे भी इस महाजुटान का हिस्सा होंगे।
बैठक के दौरान नेताओं ने बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की। नेताओं का कहना था कि भाजपा-जदयू गठबंधन सरकार में अपराध और हत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। जबकि पुलिस दमन और महिलाओं पर यौन हिंसा से चारों ओर भय का माहौल है। हाल ही में कांटी थाना हाजत में हुई शिवम झा की हत्या पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए गए हैं।
इसके अलावा, बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि महाजुटान के दौरान मोदी सरकार की नीतियों और योजनाओं पर सवाल उठाए जाएंगे। खासतौर पर संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय पर लगातार हमलों के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। रैली में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और मोदी सरकार के बजट पर भी सवाल उठाए जाएंगे, जिसे सामान्य जनता के बजाय कॉर्पोरेट पूंजीपतियों के हित में बताया गया है।