भाजपा संविधान को कमजोर करने की साजिश कर रही है : मीना तिवारी
- Post By Admin on Jan 20 2025

मुजफ्फरपुर : भाकपा-माले की पॉलिट ब्यूरो सदस्य और ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि भाजपा देश के लोकतांत्रिक ढांचे और संविधान को खत्म करने की साजिश कर रही है और उसे मनुस्मृति के आधार पर देश चलाने की मंशा है। वे डॉ. अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान की मूल भावना को कमजोर करने के प्रयास में जुटे हैं। उन्होंने भाजपा सरकार की नीतियों को दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और खासतौर पर महिलाओं के अधिकारों पर हमला करने वाला बताया।
मीना तिवारी ने भाजपा-आरएसएस द्वारा चलाए जा रहे संविधान विरोधी एजेंडे पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का यह बयान कि राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के दिन भारत को असली आज़ादी मिली, लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरनाक संकेत है। यह बयान न केवल संविधान के खिलाफ है, बल्कि यह स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और क्रांतिकारियों के बलिदान का भी अपमान है।
भाकपा-माले द्वारा आयोजित ‘बदलो बिहार महाजुटान’ का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि 9 मार्च 2025 को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल महाजुटान आयोजित किया जाएगा, जो राज्य में लोकतंत्र, सामाजिक न्याय, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों के अधिकारों को मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
तिरहुत प्रमंडल स्तर पर आयोजित इस जनसमागम में भाकपा-माले के कई प्रमुख नेताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। भाकपा-माले वैशाली के जिला सचिव, विसेश्वर यादव ने कहा कि हाल ही में सरकार द्वारा लाए गए कानून और नीतियां संविधान की मूल आत्मा के खिलाफ हैं। न्यायपालिका, स्वतंत्र मीडिया और शिक्षा के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करके भाजपा संविधान को अप्रासंगिक बनाना चाहती है।
सीतामढ़ी के सचिव नेयाज अहमद सिद्दकी ने भी कहा कि भाजपा-आरएसएस द्वारा मुसलमानों और दलितों के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है और इसे रोकने के लिए 9 मार्च को पटना के गांधी मैदान में भारी संख्या में पहुंचना होगा।
इस कार्यक्रम में कई अन्य नेताओं ने भी अपने विचार साझा किए। जिनमें ऐतिहासिक आफाक आजम, डॉ. मोतीउर रहमान अजीज, किसान नेता जितेंद्र यादव, शत्रुघ्न सहनी, राजीव मिश्रा, अधिवक्ता ललितेश्वर मिश्र और इंसाफ मंच के कई प्रतिनिधि शामिल थे।
भाकपा-माले ने देश के सभी प्रगतिशील और लोकतांत्रिक ताकतों से अपील की है कि वे 9 मार्च को पटना के गांधी मैदान में एकजुट होकर भाजपा की विभाजनकारी नीतियों का विरोध करें।