सेहत समाचार
- Post by Admin on Dec 22 2025
कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया की फ्लिंडर्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक नई अध्ययन में पाया है कि गर्भावस्था के दौरान प्लेसेंटा (नाल) की समय से पहले एजिंग स्टिलबर्थ का कारण बन सकती है। इस खोज से शुरुआती पहचान और रोकथाम की संभावनाओं पर नई उम्मीद जगी है। शोध में पता चला कि प्लेसेंटा मां और बच्चे के बीच ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति का महत्वपूर्ण माध्यम है। अगर इसकी उम्र ब read more
- Post by Admin on Dec 21 2025
नई दिल्ली : सर्दियों में थकान, आलस, मांसपेशियों में जकड़न और त्वचा का रूखा होना साधारण बात लगती है, लेकिन ये कमजोर ब्लड सर्कुलेशन की वजह से होता है। सर्दियों में ब्लड सर्कुलेशन कमजोर होता है, क्योंकि तापमान में गिरावट सीधा रक्त वाहिनियों पर दबाव बनाता है, जिससे शरीर की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं और रक्त का संचार धीरे होता जाता है। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके read more
- Post by Admin on Dec 20 2025
बेंगलुरु : सर्दी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए वरिष्ठ होमियोपैथिक चिकित्सक एवं क्रॉनिक डिजीज व किडनी स्टोन विशेषज्ञ डॉ. अरुण कुमार सिंह ने आम लोगों के लिए ठंड से बचाव को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए हैं। डॉ. सिंह के अनुसार, ठंड से बचने के लिए सबसे पहले जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव ज़रूरी हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को गर्म कपड़े पहनने की आदत, अदरक या तुलसी की चाय, हल्द read more
- Post by Admin on Dec 18 2025
लखीसराय : स्वास्थ्य विभाग, लखीसराय के तत्वावधान में नवजात शिशुओं की सुरक्षा एवं गुणवत्तापूर्ण देखभाल को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई। गुरुवार (18 दिसम्बर 2025) से सदर अस्पताल, लखीसराय के सभागार में जिला स्तर पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) एवं एएनएम के लिए दो दिवसीय नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (NSSK) का प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। इस प्रशिक्षण का मुख्य read more
- Post by Admin on Dec 18 2025
नई दिल्ली : बदलते मौसम और जीवनशैली की वजह से बार-बार प्यास लगती है और मुंह सूखने लगता है। साधारणतया ये समझा जाता है कि पानी की कमी या बदलते मौसम का असर है, लेकिन आयुर्वेद में इसे शरीर का असंतुलन बताया गया है। कई बार पानी पीने के बावजूद भी मुंह सूखा ही महसूस होता है। ये कारण पानी की कमी नहीं बल्कि लार की कमी का संकेत है। लार की कमी से पानी पीने के बाद भी मुंह सूखने लगता है और इसे read more
- Post by Admin on Dec 17 2025
लखीसराय : भारत सरकार के निर्देशानुसार एवं स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार के तत्वावधान में अनुराष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान (दिसंबर राउंड–2025) का शुभारंभ मंगलवार को सदर अस्पताल परिसर में किया गया। अभियान की औपचारिक शुरुआत जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर की। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं आम read more
- Post by Admin on Dec 17 2025
लखीसराय : सदर अस्पताल लखीसराय के सभागार में मंगलवार को जिला स्तरीय दो दिवसीय नवजात शिशु सुरक्षा कार्यक्रम (NSSK) प्रशिक्षण की शुरुआत हुई। सिविल सर्जन सह सचिव, जिला स्वास्थ्य समिति लखीसराय की अध्यक्षता में आयोजित इस प्रशिक्षण का उद्देश्य जन्म के समय एवं जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशुओं को सुरक्षित, गुणवत्तापूर्ण और जीवनरक्षक देखभाल उपलब्ध कराना है, ताकि नवजात मृत्यु दर में प् read more
- Post by Admin on Dec 15 2025
नई दिल्ली : मानव शरीर कई तंत्रिकाओं और कोशिकाओं से मिलकर बना होता है, जिन्हें सुचारू रूप से चलने के लिए विटामिन और खनिजों की आवश्यकता है। वैसे तो शरीर में मौजूद हर विटामिन का अपना आवश्यक कार्य होता है, लेकिन विटामिन बी12 शरीर की तंत्रिकाओं और कोशिकाओं दोनों के लिए आवश्यक है। ये दिल से लेकर दिमाग की नसों को काम करने में मदद करता है। विटामिन बी12 मानव शरीर के लिए बहुत जरूरी read more
- Post by Admin on Dec 13 2025
नई दिल्ली : सुबह पेट साफ न हो तो पूरा दिन भारी लगता है। सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, जोड़ों में दर्द, बवासीर, बार-बार बीमार पड़ना ये सब कब्ज की वजह से होते हैं। आयुर्वेद में इसे ‘मलावरोध’ कहते हैं। आयुर्वेद कब्ज से राहत के लिए आसान उपाय सुझाता है। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि कब्ज का असली कारण वात दोष का बढ़ना, पाचन अग्नि का मंद पड़ना और शरीर में विषैले तत्व का (आम) जमा हो read more
- Post by Admin on Dec 12 2025
नई दिल्ली : योग विशेषज्ञ शरीर को स्थिरता, संतुलन और मानसिक एकाग्रता प्रदान करने के लिए वृक्षासन को अत्यंत प्रभावी आसन मानते हैं। रोजाना अभ्यास करने पर यह आसन न केवल मानसिक तनाव को कम करता है बल्कि शरीर को पेड़ जैसी स्थिरता भी प्रदान करता है। ‘वृक्ष’ अर्थात ‘पेड़’—इस आसन की अंतिम अवस्था में शरीर का आकार पेड़ जैसा दिखाई देता है, इसलिए इसे वृक्षासन कहा जाता है। यह read more