पैरों, घुटनों और रीढ़ को मजबूती देता है वृक्षासन, जानें अभ्यास का सही तरीका

  • Post By Admin on Dec 12 2025
पैरों, घुटनों और रीढ़ को मजबूती देता है वृक्षासन, जानें अभ्यास का सही तरीका

नई दिल्ली : योग विशेषज्ञ शरीर को स्थिरता, संतुलन और मानसिक एकाग्रता प्रदान करने के लिए वृक्षासन को अत्यंत प्रभावी आसन मानते हैं। रोजाना अभ्यास करने पर यह आसन न केवल मानसिक तनाव को कम करता है बल्कि शरीर को पेड़ जैसी स्थिरता भी प्रदान करता है।

‘वृक्ष’ अर्थात ‘पेड़’—इस आसन की अंतिम अवस्था में शरीर का आकार पेड़ जैसा दिखाई देता है, इसलिए इसे वृक्षासन कहा जाता है। यह योगासन उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है, जिन्हें ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है या जो मानसिक तनाव से जूझ रहे हों।

आयुष मंत्रालय के अनुसार, वृक्षासन पैरों, घुटनों और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने का प्रभावी साधन है। यह शरीर में रक्त प्रवाह को संतुलित करता है और पाचन तंत्र को सक्रिय बनाता है। साथ ही यह सहनशीलता, धैर्य और आंतरिक शांति बढ़ाता है।

कैसे करें वृक्षासन?

  • योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।

  • दाहिने घुटने को मोड़कर दाहिना पैर बाईं जांघ के अंदरूनी हिस्से पर टिकाएं।

  • बाएं पैर पर संतुलन बनाते हुए शरीर को स्थिर रखें।

  • दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाकर नमस्ते की मुद्रा में जोड़ लें।

  • शुरुआत में 15–30 सेकंड इस अवस्था में रहें और धीरे-धीरे इसे 1 मिनट तक बढ़ाएं।

  • नए अभ्यासकर्ताओं के लिए दीवार का सहारा लेना फायदेमंद होता है।

अभ्यास के दौरान गहरी और समान गति से सांस लेना स्थिरता बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि यदि कोई व्यक्ति किसी विशेष बीमारी या दर्द से गुजर रहा है तो इस आसन को शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।