पूर्वोत्तर को बड़ी सौगात : पीएम मोदी असम में नए यूरिया प्लांट की रखेंगे आधारशिला
- Post By Admin on Dec 21 2025
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को असम के नाहरकटिया स्थित नामरूप फर्टिलाइजर परिसर में एक विशाल नई यूरिया उत्पादन इकाई की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना पूर्वोत्तर भारत में दशकों बाद शुरू होने वाली सबसे अहम उर्वरक अवसंरचना पहलों में गिनी जा रही है, जिससे न केवल कृषि क्षेत्र को मजबूती मिलेगी बल्कि असम के औद्योगिक विकास को भी नई गति मिलने की उम्मीद है।
प्रस्तावित फर्टिलाइजर यूनिट की सालाना उत्पादन क्षमता करीब 1.2 मिलियन मीट्रिक टन यूरिया होगी। इससे देश की कृषि आपूर्ति श्रृंखला को मजबूती मिलने के साथ-साथ उर्वरकों के आयात पर निर्भरता कम करने में भी मदद मिलेगी। खासकर पूर्वोत्तर और आसपास के राज्यों के किसानों को समय पर यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित होने की संभावना है।
असम सरकार के मुताबिक, इस परियोजना का निर्माण कार्य तीन वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है। प्लांट के चालू होने के बाद नामरूप औद्योगिक क्षेत्र और आसपास के इलाकों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा होंगे, साथ ही सहायक उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री के दौरे से पहले मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कार्यक्रम स्थल और सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने असम पुलिस, जिला प्रशासन और आयोजन से जुड़े विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की और कार्यक्रम को सुचारू रूप से संपन्न कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव रवि कोटा सहित शीर्ष अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक की अध्यक्षता करते हुए विभिन्न विभागों के बीच निर्बाध तालमेल पर जोर दिया। इस दौरान मंत्री पीयूष हजारिका, प्रशांत फुकन और नाहरकटिया के विधायक तरंग गोगोई भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री मोदी परियोजना स्थल पर एक जनसभा को भी संबोधित कर सकते हैं, जहां वे इस फर्टिलाइजर प्रोजेक्ट के रणनीतिक महत्व के साथ-साथ पूर्वोत्तर में औद्योगिक और कृषि विकास को तेज करने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहरा सकते हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को असम पहुंचे थे और गुवाहाटी में लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। उनकी यह यात्रा इंफ्रास्ट्रक्चर आधारित विकास और संतुलित क्षेत्रीय प्रगति पर केंद्र सरकार के फोकस को रेखांकित करती है, जिसमें असम ‘एक्ट ईस्ट’ और पूर्वोत्तर विकास रणनीति का अहम केंद्र बनकर उभर रहा है।