सर्दी में लापरवाही पड़ सकती है भारी : डॉ. सिंह ने बताए ठंड से बचाव और होमियोपैथिक उपचार
- Post By Admin on Dec 20 2025
बेंगलुरु : सर्दी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए वरिष्ठ होमियोपैथिक चिकित्सक एवं क्रॉनिक डिजीज व किडनी स्टोन विशेषज्ञ डॉ. अरुण कुमार सिंह ने आम लोगों के लिए ठंड से बचाव को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए हैं।
डॉ. सिंह के अनुसार, ठंड से बचने के लिए सबसे पहले जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव ज़रूरी हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को गर्म कपड़े पहनने की आदत, अदरक या तुलसी की चाय, हल्दी वाला दूध जैसे गर्म पेय, गर्म पानी से स्नान और पौष्टिक व गर्म भोजन को दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
इसके साथ ही सरसों के तेल को हल्का गर्म कर हाथ-पैरों की मालिश स्वयं और बच्चों को भी करानी चाहिए। नियमित व्यायाम, गर्म पानी की सिकाई तथा हाथ-पैर और सिर को ढककर रखना ठंड से तुरंत राहत दिलाने में सहायक है।
डॉ. सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ठंड लंबे समय तक बनी रहे, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें, क्योंकि यह किसी संक्रमण का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में किसी योग्य होमियोपैथिक चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराना आवश्यक है। विशेष रूप से ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हृदय रोग और बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित मरीजों को ठंड से अतिरिक्त सावधानी बरतने की ज़रूरत है, ताकि गंभीर जटिलताओं से बचा जा सके।
सर्दी-खांसी में उपयोगी होमियोपैथिक दवाएं
डॉ. सिंह ने सर्दी-खांसी के लक्षणों के आधार पर कुछ प्रचलित होमियोपैथिक दवाओं की जानकारी भी दी—
- एकोनाइट नेपेलस (Aconite napellus) – ठंडी और शुष्क हवा के संपर्क से अचानक सर्दी, तेज बुखार, छींक, नाक बहना और सिरदर्द होने पर उपयोगी।
- एलीयम सेपा (Allium cepa 30) – लगातार नाक बहना, आंखों में जलन, लालिमा और गले में गुदगुदी के साथ खांसी में सहायक
- आर्सेनिकम एल्बम (Arsenicum album 30) – पीले, पानी जैसे नाक बहने, जलन, बार-बार छींक और खांसी, सिर व सीने में दर्द की स्थिति में।
- बेलाडोना (Belladonna 30) – अचानक तेज बुखार, चेहरा लाल होना, सिरदर्द, गले में खराश और खांसी के मामलों में।
- ब्रायोनिया एल्बम (Bryonia album 30) – छाती में दर्द के साथ खांसी, गहरा कफ, अधिक प्यास और चिड़चिड़ापन होने पर।
- कैमोमीला (Chamomilla 30) – सर्दी के कारण कान दर्द, अत्यधिक चिड़चिड़ापन और एक गाल का लाल-गर्म होना।
- यूपेटोरियम परफॉलिएटम (Eupatorium perfoliatum 30) – तेज बुखार, शरीर व हड्डियों में दर्द, आंखों में दर्द और ठंड लगने की शिकायत में।
डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया कि दवाओं का सेवन लक्षणों के अनुसार और चिकित्सकीय सलाह से ही करना चाहिए। अंत में उन्होंने लोगों से अपील की कि सर्दी के मौसम में सतर्क रहें, समय पर बचाव करें और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।