कुत्तों के हमले से अस्पतालों में लंबी लाइनें, नर्सों की कमी बनी मुसीबत

  • Post By Admin on Apr 08 2024
कुत्तों के हमले से अस्पतालों में लंबी लाइनें, नर्सों की कमी बनी मुसीबत

मुजफ्फरपुर : जिले में कुत्तों के हमले की वजह से प्रतिदिन कई लोग घायल हो रहे हैं। सदर अस्पताल में इसके परिणामस्वरूप घायलों की लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं। ऊपर से यहां नर्सों की कमी की वजह से घायलों को इस चिलचिलाती गर्मी में घंटों तक लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है।

जिले में कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप अस्पतालों में लगातार भीड़ हो रही है। लोग कुत्ते के हमले से घायल होने के बाद सदर अस्पताल में टीका लेने आ रहे हैं, लेकिन अस्पताल में नर्सों की कमी की वजह से उन्हें इस चिलचिलाती गर्मी में घंटों तक लाइन में लगना पड़ रहा है। वार्ड नंबर २५ में रहने वाले रामेश्वर ने कहा कि हमारे मोहल्ले में कुत्ते के हमले की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हर दिन कई लोग कुत्ते के काटने के बाद अस्पताल में टीका लगवा रहे हैं। लेकिन अस्पताल में नर्सों की कमी के चलते लोगों को घंटों तक लाइन में लगना पड़ रहा है।

वहीं, सदर अस्पताल के एक नर्स ने कहा, "नर्सों की कमी के चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को सही समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है। इससे मरीजों को असहाय महसूस हो रहा है। हम नर्सों की संख्या को बढ़ाने के लिए अधिकारी से कहे हैं लेकिन हमारी बातों को अनसुना कर दिया गया है अकेले में तो समय लगेगा ही ।" इसका परिणाम यह है कि लोग चिलचिलाती धूप में भी टीका लेने के लिए लाइन में लगे रहते हैं ।

यहां तक कि अस्पताल के बाहर कुछ मरीजों ने अपनी निराशा जताते हुए कहा, "हमें इस चिलचिलाती गर्मी में घंटों तक लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है। नर्सों की कमी के चलते हमें उपचार में देरी हो रही है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।" वहीं इस तरफ जिले के पशुपालन विभाग के अधिकारियों व नगर निगम का कोई ध्यान नहीं है । कुत्तों के हमले की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए थे लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है । कुत्तों के बढ़ती जनसंख्या के खिलाफ कोई अभियान चलाया जाना चाहिए था ताकि जनसंख्या वृद्धि रोका जा सके।