रैगिंग एक मनोवैज्ञानिक और सामाजिक समस्या : प्रो. नीलम कुमारी
- Post By Admin on Aug 17 2024

मुजफ्फरपुर : बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा 12 अगस्त से एंटी रैगिंग सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर शनिवार को छात्र-छात्राओं ने एंटी रैगिंग पोस्टर कैंपेन, स्लोगन और कविताओं की प्रस्तुति की। इसके साथ ही, रैगिंग के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक व्याख्यान का आयोजन भी किया गया।
राजनीति विज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. नीलम कुमारी ने अपने संबोधन में रैगिंग को एक गंभीर सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समस्या के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि रैगिंग भारत में पिछले कुछ समय से एक अधिक परेशान करने वाली समस्या बन गई है, जिससे कई लोगों की जिंदगियां बर्बाद हो रही हैं। इसे रोकने के लिए एंटी रैगिंग सेल का गठन किया गया है और छात्रों को इस संदर्भ में जागरूक और प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कानून किसी भी स्थिति में रैगिंग की इजाजत नहीं देता है और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. अनिल कुमार ओझा, डॉ. दिलीप कुमार, डॉ. कांतेश कुमार और डॉ. अमर बहादुर शुक्ला भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान की सहायक प्राध्यापिका डॉ. अर्चना सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रक्षा सिंह ने प्रस्तुत किया।