आदिवासी समाज और भारतीय ज्ञान परंपरा पर एक दिवसीय व्याख्यान आयोजित

  • Post By Admin on Sep 19 2024
आदिवासी समाज और भारतीय ज्ञान परंपरा पर एक दिवसीय व्याख्यान आयोजित

मुजफ्फरपुर : लंगट सिंह महाविद्यालय के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय व्याख्यान में काशी हिंदू विश्वविद्यालय की प्रो. अनुराधा सिंह ने "आदिवासी समाज और भारतीय ज्ञान परंपरा" पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज न केवल हमारे पूर्वज हैं, बल्कि भारतीय ज्ञान परंपरा के सच्चे वाहक भी हैं। उनके इतिहास और संस्कृति को उचित सम्मान और सहिष्णुता के साथ देखे बिना उनके सच्चे इतिहास को समझना संभव नहीं है। प्रो. अनुराधा ने यह भी कहा कि आदिवासी समाज की मौखिक परंपराओं और ज्ञान का दस्तावेजीकरण करना एक चुनौती है, क्योंकि उनका अधिकांश इतिहास कथा-कहानियों और मौखिक माध्यमों से संचित हुआ है।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय ने कहा कि इतिहास लेखन एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, और इसमें निष्पक्षता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि आदिवासी समुदायों का इतिहास मौखिक परंपराओं पर आधारित होने के कारण उनके इतिहास को लिखित रूप में लाना कठिन है, और इसे उनके दृष्टिकोण से समझने की जरूरत है।

कार्यक्रम का विषय प्रवेश डॉ. राजीव कुमार ने कराया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. पुष्पा कुमारी ने किया। इस अवसर पर डॉ. दिलीप कुमार यादव, डॉ. संतोष कुमार अनल, धीरेंद्र कुमार सिंह, अनामिका आनंद, डॉ. एन.एन. मिश्रा, डॉ. नवीन कुमार सहित अन्य शिक्षक और छात्र भी उपस्थित थे।