लंगट सिंह महाविद्यालय में छात्रों के लिए प्रेरण सत्र का आयोजन

  • Post By Admin on Sep 06 2024
लंगट सिंह महाविद्यालय में छात्रों के लिए प्रेरण सत्र का आयोजन

मुजफ्फरपुर: जिले स्थित लंगट सिंह कॉलेज के सभागार में छात्रों के लिए एक प्रेरणात्मक सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता और मुख्य अतिथि, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और निवर्तमान उप विकास आयुक्त श्री आशुतोष द्विवेदी थे। उन्होंने छात्रों के साथ संवाद स्थापित करते हुए उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।

सत्र की विधिवत शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें श्री द्विवेदी, कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय और अन्य वरीय सहयोगियों ने भाग लिया। इस मौके पर प्राचार्य ने मुख्य अतिथि का औपचारिक स्वागत और सम्मान किया।

सत्र को संबोधित करते हुए श्री आशुतोष द्विवेदी ने शिक्षा के महत्व, लक्ष्य निर्धारण और आत्मविश्वास को बढ़ाने की दिशा में विचार रखे। उन्होंने छात्रों को जीवन में कभी भी हार न मानने की सलाह दी और बताया कि कठिनाइयाँ जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन सकारात्मक सोच और मेहनत के बल पर किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है।

उन्होंने विशेष रूप से छात्रों को अपने लक्ष्य को स्पष्ट करने और उसे प्राप्त करने के लिए पूरी शक्ति के साथ काम करने की अपील की। साथ ही, उन्होंने छात्रों को समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने और जागरूक नागरिक बनने पर भी जोर दिया।

श्री द्विवेदी ने अपने भाषण में कहा, "समाज और राष्ट्र का विकास शिक्षित और जागरूक नागरिकों के बिना संभव नहीं है।" उन्होंने छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनने की अपील करते हुए कहा कि वे अपने समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तत्पर रहें।

श्री द्विवेदी ने छात्रों को मोबाइल का स्क्रीन टाइम कम करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि अधिक समय तक मोबाइल का इस्तेमाल करने से मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इससे ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी प्रभावित होती है।

प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश राय ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि छात्रों की असीमित क्षमता और ऊर्जा उन्हें किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्षम बनाती है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने भाषाई कौशल को बढ़ाने के साथ-साथ खेल और आउटडोर गतिविधियों में खुद को शामिल करें।

प्राचार्य ने यह भी कहा कि अकादमिक और रचनात्मक रूप से समृद्ध बनने के लिए छात्रों को निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। साथ ही, उन्होंने अनुशासन के पालन और कॉलेज की गरिमा बनाए रखने में योगदान देने की अपील की, क्योंकि अनुशासन छात्रों के व्यक्तिगत और शैक्षिक विकास में सहायक होता है।

प्राचार्य ने अनुशासन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे कॉलेज के समग्र विकास के लिए अपने योगदान दें और इसे एक उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्थान बनाने के लिए सहयोग करें।

सत्र के दौरान प्रो. राजीव झा, प्रो. फैयाज अहमद ने भी छात्रों को संबोधित किया और उन्हें प्रेरित किया। सभी वक्ताओं ने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए और उनके शैक्षिक और सामाजिक जीवन में अनुशासन, परिश्रम और सकारात्मक सोच के महत्व पर जोर दिया।

इस अवसर पर कॉलेज के वरिष्ठ शिक्षाविद और प्रोफेसर भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रो. गोपालजी, प्रो. एस.आर. चतुर्वेदी, डॉ. अर्धेंदु, डॉ. साजिदा अंजुम, डॉ. दिलीप कुमार यादव, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. विनीत कुमार, डॉ. कुंजेश कुमार, गुरु प्रसाद कश्यप, सुजीत कुमार, ऋषि कुमार आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।

इस प्रेरणात्मक सत्र ने छात्रों के मनोबल को ऊंचा किया और उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए एक नई दिशा दिखाई।