लंगट सिंह महाविद्यालय में संस्कृत दिवस समारोह का भव्य आयोजन
- Post By Admin on Aug 23 2024

मुजफ्फरपुर : लंगट सिंह महाविद्यालय के सभागार में शुक्रवार को संस्कृत दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस समारोह का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा के पूर्व कुलपति और संस्कृत व्याकरण के मूर्धन्य विद्वान प्रोफेसर शशिनाथ झा ने संस्कृत भाषा की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संस्कृत समस्त भारतीय भाषाओं की जननी है और इसमें भारतीय संस्कृति का सार निहित है। भारतीय संस्कृति को समझने के लिए संस्कृत का अध्ययन अत्यंत आवश्यक है। संस्कृत भाषा आत्मविश्वास, चरित्र निर्माण, और आत्मशक्ति बोध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संस्कृत को बाल्यकाल से ही पढ़ाया जाना चाहिए क्योंकि यह ज्ञान-विज्ञान का मूल स्रोत है।
इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, संस्कृत भारती बिहार एवं झारखंड के क्षेत्रमंत्री डॉ. श्रीप्रकाश पाण्डेय ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत में समस्त लोकहित और मानव कल्याण की भावना निहित है। उन्होंने संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार और संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि संस्कृत को जनभाषा के रूप में पुनः स्थापित करने के प्रयास होने चाहिए।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे लंगट सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर ओम प्रकाश राय ने कहा कि महाविद्यालय संस्कृत के विकास और इसके प्रचार-प्रसार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विद्यार्थियों को मन की एकाग्रता बढ़ाने और करियर के लिए संस्कृत अध्ययन की अनिवार्यता पर जोर दिया।
समारोह के दूसरे सत्र में छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में प्रोफेसर शिवदीपक शर्मा, प्रोफेसर राजीव झा, प्रोफेसर पंकज कुमार, प्रोफेसर गोपाल जी, डॉ. अर्धेन्दु, डॉ. त्रिपदा भारती, डॉ. आलोक कुमार, डॉ. नवीन कुमार, और डॉ. इम्तियाज सहित कई विद्वान उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर संजीव मिश्रा ने किया और कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभाग के डॉ. मनीष कुमार झा ने किया।