फिराक गोरखपुरी उर्दू ग़ज़ल की नई आवाज़: डॉ. हसन रज़ा
- Post By Admin on Sep 22 2024

मुजफ्फरपुर : रामदयालु सिंह महाविद्यालय के श्रीकृष्ण सभा भवन में उर्दू विभाग द्वारा "फिराक गोरखपुरी" विषय पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार की शुरुआत कुर्बान की तिलावत से हुई।
उर्दू विभाग के अध्यक्ष डॉ. हसन रज़ा ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि फिराक गोरखपुरी उर्दू ग़ज़ल की एक नई और अनोखी आवाज़ हैं। उन्होंने उर्दू ग़ज़ल को भारतीय वातावरण में ढालते हुए इसे एक नया आशिक और माशूक दिया। फिराक ने ग़ज़ल को एक नया अंदाज और सोचता हुआ लहजा प्रदान किया, जिससे उर्दू ग़ज़ल उन पर हमेशा कर्ज़दार रहेगी।
सेमिनार में पीजी के छात्रों ने फिराक की ग़ज़लों की विशिष्टता और उनके अनोखे अंदाज पर विचार प्रस्तुत किए। रुखसार परवीन, निकहत, आशना, नाहीद रैशन और इजहारुल हक सायम रज़ा जैसे विद्यार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।
फिराक की ग़ज़लों से कुछ चर्चित शेर भी सेमिनार में पढ़े गए: