वेद संपूर्ण ज्ञान का खजाना है: डॉ. सुकन पासवान
- Post By Admin on Mar 29 2025

मुजफ्फरपुर : भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, सदातपुर में "भारतीय ज्ञान परंपरा" विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन 29 मार्च 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अरविंद कुमार राय (कोषाध्यक्ष, एसवीएम सदातपुर), पूर्व आईपीएस प्रज्ञा चक्षु डॉ. सुकन पासवान, और एमआईटी के प्रो. डॉ. संजय कुमार उपस्थित रहे। इन गणमान्य व्यक्तियों ने अपने बहुमूल्य समय से संगोष्ठी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सुकन पासवान 'प्रज्ञा चक्षु' ने अपने उद्बोधन में कहा कि आशीर्वाद लेने का अधिकार केवल दो लोगों को होता है—गुरु और शिष्य। उन्होंने वेदों को ज्ञान का भंडार बताते हुए कहा कि हमें ज्ञान प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन जैसी कठिन प्रक्रिया से भी गुजरना पड़े तो पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि वेदों के ज्ञान को आत्मसात कर उसे वैज्ञानिक रूप में समझना और व्याख्यायित करना ही सच्चा विज्ञान है। उन्होंने यह भी कहा कि गुरु को उनके दृष्टिकोण से ही देखना चाहिए, क्योंकि गुरु सर्वोच्च होते हैं। प्रो. डॉ. संजय कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा को अपने जीवन में आत्मसात करने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि यह न केवल आत्मविकास का साधन है बल्कि समाज के उत्थान में भी सहायक सिद्ध होती है।
इस अवसर पर संगोष्ठी में शामिल सभी शोधार्थियों और प्रशिक्षुओं ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। समापन सत्र में भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार वर्मा ने अध्यक्षीय भाषण दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन सरोज कुमार द्वारा प्रस्तुत किया गया।