वैशाली राजद जिला अध्यक्ष के पिता को दी गई श्रद्धांजलि

  • Post By Admin on Jan 03 2025
वैशाली राजद जिला अध्यक्ष के पिता को दी गई श्रद्धांजलि

वैशाली : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के जिला अध्यक्ष बैजनाथ सिंह चंद्रवंशी के पिताजी स्वर्गीय लक्षण प्रसाद का शुक्रवार  निधन हो गया। उनकी आयु लगभग 90 वर्ष थी। उनके निधन पर जिले भर के नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों ने गहरा शोक प्रकट करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

स्वर्गीय लक्षण प्रसाद के निधन की खबर से जिले में शोक की लहर दौड़ गई। उनके योगदान और संघर्षों को याद करते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपने शोक संदेश व्यक्त किए।

नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

इस अवसर पर राजद के वरिष्ठ नेताओं ने स्वर्गीय लक्षण प्रसाद को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि देने वालों में प्रमुख नाम पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता शिवचंद्र राम, महुआ विधायक और राजद के वरिष्ठ नेता मुकेश रोशन, राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन, राजद के प्रदेश महासचिव अनिल चंद्र कुशवाहा, अत्यंत पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद साहनी, प्रदेश सचिव शशि सिंह यादव, वरिष्ठ नेता ललित राय, महिला राजद की वरिष्ठ नेत्री नीलम देवी, सुचित्रा चौधरी, विभा रानी, प्रोफेसर राजमणि देवी, निभा देवी, राजद के प्रखंड युवा अध्यक्ष चंद्रकांत यादव, प्रखंड अध्यक्ष तेज नारायण शाह, जिला उपाध्यक्ष शत्रुघ्न लोहिया, शिव कुशवाहा, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष वैशाली प्रखंड रामाशीष राय, ललन कुमार, बिंदेश्वर दास, जिला परिषद पति बाबू साहब, उप प्रमुख पति भगवानपुर रणधीर कुमार राय, माले नेता पवन सिंह, पवन चंद्रवंशी सहित अनेक नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की।

स्मृति में शोक व्यक्त किया

श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल सभी नेताओं ने स्वर्गीय लक्षण प्रसाद के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय लक्षण प्रसाद का जीवन संघर्षमय था और उन्होंने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हमेशा अपनी भूमिका निभाई। उनकी सरलता, ईमानदारी और जनकल्याण के प्रति समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा।

सभी ने प्रार्थना की

नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वर्गीय लक्षण प्रसाद के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। कार्यक्रम में लोगों ने स्वर्गीय लक्षण प्रसाद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए और उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया।