श्री राम वृद्ध विधवा विकलांग आश्रम योजना जल्द होगी शुरू, आत्मनिर्भरता को मिलेगा बढ़ावा
- Post By Admin on Jun 26 2024

मुजफ्फरपुर : लघु उद्योग विकास परिषद के अध्यक्ष एस. के. ठाकुर ने बुधवार को प्रेस को संबोधित करते हुए घोषणा की कि 'श्री राम वृद्ध विधवा विकलांग आश्रम' जल्द ही देशभर की सभी राज्य की राजधानियों में खोले जाएंगे। यह आश्रम वृद्ध, विधवा, और विकलांग व्यक्तियों को सुरक्षा और सहायता प्रदान करने का उद्देश्य रखता है।
ठाकुर ने बताया कि इन आश्रमों में रहने वाले लोगों को उनकी इच्छा के अनुरूप सूक्ष्म एवं लघु उद्योग से संबंधित ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, जो लोग स्वरोजगार करना चाहते हैं, उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
उन्होंने कहा, "आश्रम में रहने वाले सभी लोगों के साथ समानता और सम्मान का व्यवहार किया जाएगा। यहां कोई भेदभाव नहीं होगा। हमारी योजना है कि इन आश्रमों में रहने वाले लोगों को उनके कौशल को निखारने और उन्हें एक सार्थक जीवन देने में मदद मिले।"
'श्री राम वृद्ध विधवा विकलांग आश्रम' योजना का मुख्य उद्देश्य असहाय लोगों को सुरक्षित और आत्मनिर्भर आवास प्रदान करना है। आश्रमों में रहने वाले वृद्ध लोगों को चिकित्सा सेवाएं, विधवा महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक समर्थन और विकलांग व्यक्तियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार सहायता प्रदान की जाएगी।
आश्रम में कौशल विकास कार्यक्रम, स्वास्थ्य जांच और शिक्षा से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। ये कार्यक्रम लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयार करेंगे और उनकी जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन लाएंगे।
यह योजना सामाजिक संबंध और सहायता के माध्यम से एक सार्थक और समृद्धिपूर्ण जीवन का अनुभव कराने का प्रयास करती है। इस पहल से समाज में विविधता और समरसता को बढ़ावा मिलेगा, जिससे लोग एक दूसरे के साथ सहयोग और सहानुभूति का अनुभव करेंगे।
एस. के. ठाकुर ने बताया कि यह योजना न केवल असहाय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा, "हम आशा करते हैं कि इस योजना से न केवल हमारे समाज के असहाय और जरूरतमंद लोगों को सहायता मिलेगी, बल्कि यह उनके जीवन को सार्थक और आत्मनिर्भर बनाने में भी सहायक होगी।"
इस योजना की शुरुआत के साथ, उम्मीद की जा रही है कि यह असहाय लोगों के जीवन में एक नया अध्याय जोड़ेगी और उन्हें एक सम्मानजनक और सार्थक जीवन जीने का अवसर प्रदान करेगी।