रक्सौल नगर परिषद की सभापति धुरपति देवी पर मंडरा रहा संकट
- Post By Admin on Mar 01 2025

रक्सौल : रक्सौल नगर परिषद की सभापति धुरपति देवी की कुर्सी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। नगर विकास एवं आवास विभाग ने करप्शन और अवैध बहाली के आरोपों पर संज्ञान लेते हुए उनसे दो सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए समूह ‘ग’ (लिपकीय संवर्ग) और समूह ‘घ’ (चतुर्थ वर्गीय) में अवैध बहाली की। साथ ही, बिना बोर्ड बैठक की स्वीकृति के ₹6.63 करोड़ के उपकरणों की खरीद की गई, जो बाजार मूल्य से काफी अधिक दर पर खरीदे गए।
पार्षदों ने डीएम से की शिकायत
रक्सौल नगर परिषद के उपसभापति उषा देवी समेत दर्जनों पार्षदों ने मोतिहारी डीएम सौरभ जोरवाल को लिखित शिकायत देकर धुरपति देवी पर भ्रष्टाचार और मनमानी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि नगर परिषद को साफ-सुथरा और विकसित बनाने के नाम पर सरकारी खजाने को लूटा जा रहा है। तय कीमत से तीन गुना अधिक कीमत पर उपकरण खरीदे गए हैं, जिससे नगर परिषद में व्यापक स्तर पर घोटाले की आशंका है।
रिश्तेदारों की अवैध बहाली का भी लग रहा आरोप
पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया है कि सभापति ने अपने रिश्तेदारों की अवैध बहाली करवाई और इस प्रक्रिया में बड़ी रकम की उगाही की गई। यह मामला तूल पकड़ने के बाद प्रशासन ने इसकी जांच शुरू कर दी है।
डीएम की जांच में आरोपों की पुष्टि, मांगा जवाब
शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए डीएम सौरभ जोरवाल ने वरीय एडीएम की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया। जांच टीम ने नगर परिषद कार्यालय का दौरा कर आवश्यक फाइलों की समीक्षा की और विभागीय दिशा-निर्देशों का अध्ययन किया। जांच के बाद प्रशासन ने चार प्रमुख बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगते हुए धुरपति देवी को नोटिस जारी किया है।
अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि सभापति धुरपति देवी अपने ऊपर लगे आरोपों का क्या जवाब देती हैं और क्या यह मामला उन्हें पद से हटाने तक पहुंच सकता है।