विश्व में प्रसिद्ध है कठपुतली का खेल : सुनील सरला
- Post By Admin on May 19 2024

मुजफ्फरपुर : कठपुतली कलाकार सुनील सरला ने बताया कि कठपुतली कला चीन, रूस, रूमानिया, इंग्लैंड, चेकोस्लोवाकिया, अमेरिका, जापान आदि अनेक देशों में समसामयिक प्रयोग कर इसे बहुआयामी रूप प्रदान किया गया है। वहाँ कठपुतली मनोरंजन के अलावा शिक्षा, विज्ञापन आदि अनेक क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जा रहा है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए कठपुतली कला अहम भूमिका निभा सकता है। इससे बच्चों में सृजनात्मक कौशल का विकास होता है।
सी जी नेट स्वर के संस्थापक अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार शुभ्रांशु चौधरी द्वारा सांस्कृतिक कार्यशाला जो गोंदिया महाराष्ट्र में आयोजित की गई थी वहीं पर कठपुतली के विश्वप्रसिद्ध गुरू रामलाल भट्ट से कठपुतली कला को सीखने एवं छत्तीसगढ़ रत्न विभाष उपाध्याय और लोक नायिका स्त्री रत्न सरला श्रीवास से कठपुतली कला की बारीकी को समझने वाले कठपुतली कलाकार सुनील सरला विश्व सामाजिक मंच 2024 के कार्यक्रम में काठमांडू नेपाल में अपने कठपुतली के माध्यम से 92 देश के बीच लोकप्रियता हासिल की है।प्कोशी नव निर्माण मंच के महेंद्र यादव जी कोशी पीड़ितों के लिए सत्याग्रह पदयात्रा की बात सुन कठपुतली कलाकार सुनील सरला पदयात्रा में अपने कठपुतली के साथ शामिल हुए। मनोरंजन के साथ साथ लोगों से उत्सुकतावस पूछा करते थे की ये क्या हैं क्योंकि अधिकतर लोग कठपुतली के रूप में धागा कठपुतली को ही जानते हैं या बहुत लोगों ने प्रथम बार छड़ी कठपुतली के बारे में जाना व देखा। बहुत लोगों ने बताया की बचपन में मेला में देखा करता थे। गीत संगीत के साथ बहुत मजा आता था लेकीन पिछले लगभग 30 वर्षों से कठपुतली को नहीं देखा। पहले चुनाव प्रचार भी कठपुतली कलाकार के माध्यम से होती थी परंतु बदलते दौर में यह सब नहीं दिखाई दे रहा है। उसके बावजूद भी विश्व में प्रसिद्ध हैं कठपुतली का खेल।
चक धूम धूम समर कैंप 2024 के उद्घाटन समारोह एवं समापन समारोह जिला स्कूल छात्रावास मुजफ्फरपुर में कठपुतली का खेल देखते हुए बच्चे, माता पिता, शिक्षक प्रशिक्षक सभी को मजा आया इसके लिए प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक पूनम दीदी, प्रमंडल बाल भवन किलकारी की संसाधनसेवी नेहा कुमारी, सहायक लेखा पदाधिकारी अनंग प्रकाश पॉल, पटना बाल भवन से आए हुए संसाधनसेवी सुधीर कुमार के सहयोग से
प्रमंडल बाल भवन में कठपुतली शो का शानदार प्रदर्शन संभव हो सका।