राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर पर्यावरण भारती ने चलाया वृक्षारोपण अभियान, लगाए देववृक्ष व आम के पौधे
- Post By Admin on Aug 07 2025

खगड़िया : राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर उत्तरी सौढ़ पंचायत स्थित बुद्धनगर (भरतखंड) में पर्यावरण भारती द्वारा विशेष वृक्षारोपण अभियान चलाया गया। इस अवसर पर पर्यावरण प्रहरी राम गोविंद शर्मा के नेतृत्व में देव वृक्षों – पीपल, बरगद और आम जैसे फलदार पौधों सहित कुल 15 पौधे लगाए गए।
पर्यावरण भारती के संस्थापक और अखिल भारतीय पेड़ उपक्रम टोली के सदस्य राम बिलास शाण्डिल्य ने बताया कि संस्था वर्ष 2008 से सतत रूप से वृक्षारोपण कर रही है। उन्होंने जानकारी दी कि बुद्धनगर में 1983 में लगाया गया पहला पीपल का पौधा अब एक विशाल वृक्ष बन चुका है। उन्होंने बताया कि अब तक संस्था द्वारा कुल 1,22,433 पेड़ लगाए जा चुके हैं और यह अभियान बिना रुके, बिना थके जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि “पर्यावरण की रक्षा के बिना मानव जीवन की सुरक्षा असंभव है। ग्लेशियरों का पिघलना, प्राकृतिक ऑक्सीजन की कमी और लगातार बढ़ती प्राकृतिक आपदाएं इसी असंतुलन का परिणाम हैं।”
शाण्डिल्य ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जंगलों की अंधाधुंध कटाई के कारण आज धरती पर मात्र 15% हरित क्षेत्र बचा है, जबकि पर्यावरण संतुलन के लिए यह आंकड़ा 33% होना चाहिए। उन्होंने आह्वान किया कि “हर व्यक्ति अपने जीवन में कम से कम 10 पौधे लगाकर 5 वर्षों तक उनकी सुरक्षा का संकल्प ले, क्योंकि विज्ञान के पास धरती बचाने का कोई दूसरा विकल्प नहीं है।”
इस मौके पर शिक्षक और पर्यावरणविद सिद्धार्थ कुमार ने राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि 7 अगस्त 1905 को महात्मा गांधी जी ने विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार और स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया था। इसी की स्मृति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में 7 अगस्त को ‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य देश के हथकरघा बुनकरों को सम्मानित और प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि “हथकरघा और पर्यावरण – दोनों आत्मनिर्भर भारत की नींव हैं।”
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में राम गोविंद शर्मा, सिद्धार्थ कुमार, राम बिलास शाण्डिल्य, ऊषा देवी, विराट कुमार शर्मा, आयुषी, आरोही, अर्पिता, सत्यम कुमार और विजय कुमार शर्मा सहित कई लोगों की सक्रिय भागीदारी रही।