विश्व ऑटिज्म दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

  • Post By Admin on Apr 02 2024
विश्व ऑटिज्म दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

मुजफ्फरपुर : विश्व आटिज्म दिवस के अवसर पर शहर के रामदयालु नगर स्थित मलंग स्थान के समीप रानी लक्ष्मी बाई महिला विकास समिति व सफल विशेष विद्यालय व छात्रावास में सोशल वर्कर फॉर वीमेन एम्पावरमेंट की ओर से मंगलवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मनोचिकित्सक डॉ. ए.के. सिंह मौजूद रहें। मुख्य अतिथि व अन्य के लोगों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का  शुभारंभ किया गया। वहीं, इस मौके पर डॉ. ए.के. सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि ऑटिज्म कोई बीमारी नहीं है अपितु ऑटिज्म एक ऐसी मनोदशा है जिसमें लोगों को सामान्य सामाजिक संबंधों को विकसित करने में कठिनाई होती है। वे भाषा का असामान्य रूप से उपयोग करते हैं या बिल्कुल भी उपयोग नहीं करते हैं और प्रतिबंधित या दोहराए जाने वाले व्यवहार दिखाते हैं। उन्होंने बताया कि 2007 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने ऑटिज्म से पीड़ित लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालने के लिए 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस के रूप में घोषित किया। जिससे वे समाज के अभिन्न अंग के रूप में पूर्ण और सार्थक जीवन जी सकें। विश्व ऑटिज्म दिवस का उद्देश्य ऑटिज्म से पीड़ित व्यक्तियों के लिए मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता की पूर्ण प्राप्ति की पुष्टि करना और बढ़ावा देना है। यह सुनिश्चित करना कि उनके साथ दूसरों की ही तरह समान व्यवहार किया जाए।

इस दौरान उन्होंने ऑटिज्म के लक्षण पहचानने व इसके उपचार पर भी चर्चा की। उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया है कि बच्चों को फोन से दूर रखें और जितना ज्यादा हो सके उनके साथ समय व्यतीत करें। इससे बच्चों के मनोभावों को समझने में आसानी होगी। शुरुआती तीन महीने में अगर लक्षण समझ में आ जाए तो इससे बचना आसान है।

इस मौके पर सोशल वर्कर फॉर वीमेन एम्पावरमेंट की ओर से विभिन्न प्रतियोगिता में भाग लेकर राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया।