माइक्रो फाइनेंस कंपनियों और सूदखोरों के खिलाफ प्रदर्शन
- Post By Admin on Jun 14 2024

मुजफ्फरपुर : शुक्रवार को जिला समाहरणालय के धरना स्थल पर माइक्रो फाइनेंस कंपनियों और सूदखोरों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ। बिहार कर्जमुक्ति मिशन के तत्वावधान में आयोजित इस धरना का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता सुगंध कुमार ने किया, जिसमें सरकार से माइक्रो फाइनेंस कंपनियों को बंद करने और सूदखोरों पर शिकंजा कसने की मांग की गई।
धरना में भाग लेते हुए दीनबंधु क्रांतिकारी ने कहा कि बिहार में बाहरी कंपनियों ने माइक्रो फाइनेंस के माध्यम से महिलाओं को कर्ज के जाल में फंसा कर मानसिक और शारीरिक शोषण किया है, जिससे महिलाओं की आत्महत्या की घटनाएं बढ़ी हैं।
उदय चौधरी और आनंद पटेल ने इस मुद्दे पर कहा, "माइक्रो फाइनेंस कंपनियाँ कम ब्याज का वादा कर 40% से 50% तक का ऊँचा ब्याज वसूल रही हैं। यह एक प्रकार की गुंडागर्दी है। ग्रामीण इलाकों की गरीब महिलाएं इस कर्ज के जाल में फंस जाती हैं, जिससे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।"
धर्मवीर शुक्ला और अविनाश तिरंगा ने आरोप लगाया कि कई सूदखोर बिना किसी रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से उच्च ब्याज दरों पर पैसे उधार देकर गरीबों का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "गांव की गरीब महिलाएं या तो इस कर्ज के जाल से बाहर नहीं निकल पाती है मजबूरन आत्महत्या का सहारा लेती हैं।"
सुगंध कुमार ने कहा कि धरना के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर सभी गरीबों के कर्ज की माफी, मृतक महिलाओं के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा, और आत्महत्या के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों पर हत्या के मुकदमे चलाने की मांग की गई है।
उन्होंने चेतावनी दी, "यदि जिला प्रशासन और सरकार इस पर संज्ञान नहीं लेते हैं, तो हम संविधान के दायरे में रहकर माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि जब तक सरकार इस पर कदम नहीं उठाती, तब तक ब्याज का पैसा देना बंद करें।"
सुगंध कुमार ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो प्रदर्शन और तीव्र होगा। उन्होंने कहा, "हमारी लड़ाई केवल माइक्रो फाइनेंस कंपनियों तक सीमित नहीं रहेगी; यह सूदखोरों के खिलाफ भी है जो गरीबों का जीवन नरक बना रहे हैं।"
धरना में प्रमुख रूप से अविनाश तिरंगा, सद्दाम हुसैन, संतोष कुमार ठाकुर, श्रवण कुमार झा, मनोज कुमार सिंह, रघुनंदन प्रसाद सिंह, विजय कुमार, शिवेंद्र कुमार, प्रभात कुमार, बबन सिंह शेरू, मोहमद शाहनवाज, संगम कुमार समेत कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
धरना स्थल पर लोगों ने जोरदार नारे लगाए और सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की। ग्रामीण इलाकों से आए प्रदर्शनकारियों ने बताया कि माइक्रो फाइनेंस कंपनियों और सूदखोरों की गतिविधियों ने उनका जीवन अत्यंत कठिन बना दिया है।
इस विरोध प्रदर्शन ने एक बार फिर से इस गंभीर मुद्दे को प्रकाश में लाया है, जो गरीबों के जीवन को प्रभावित कर रहा है। माइक्रो फाइनेंस कंपनियों और सूदखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर लोगों में व्यापक रोष है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन और सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाते हैं।