स्व. अनिरुद्ध की भोजपुरी गज़ल संग्रह का लोकार्पण

  • Post By Admin on Apr 10 2024
स्व. अनिरुद्ध की भोजपुरी गज़ल संग्रह का लोकार्पण

मुजफ्फरपुर : बीते मंगलवार को जिले के रामदयालु नगर स्थित एक निजी विवाह भवन में अभिधा प्रकाशन की ओर से स्व. अनिरुद्ध की भोजपुरी गज़लों का संग्रह  'मन के हिलना' का लोकार्पण डॉ. रिपुसूदन श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर हिंदी के गीतकार और गजलकार डॉ. रवीन्द्र उपाध्याय ने कहा कि गज़लों के प्रति कवियों का आकर्षण दुष्यंत की गज़लों से बढ़ा है। भोजपुरी की गजलें सुनकर दंग रह जाना पड़ता है। अनिरुद्ध की गज़लें प्राकृतिक सौन्दर्य से लैश हैं। भाषा संकायाध्यक्ष डॉ. सतीश राय ने कहा कि अनिरुद्ध की गज़लें प्राकृतिक सौन्दर्य से मानवता को जागृत करती हैं। उन्होंने भोजपुरी की मान्यता का प्रश्न भी उठाया। डॉ. संजय पंकज ने कहा कि इन गज़लों में प्रेम, सौन्दर्य और प्रकृति है और गज़लों में गीतिल संवेदना है। डॉ. कुमार विरल ने कहा कि अनिरुद्ध जी की गज़लों में संश्लिष्ट बिंबों का संयोजन है। इस अवसर पर डॉ. जयकांत सिंह जय ने अनिरुद्ध जी से अपने लगाव की चर्चा की।

डॉ. ब्रज भूषण मिश्र ने संचालन करते हुए भोजपुरी गज़ल परम्परा के बारे में बताते हुए कहा कि भोजपुरी में लगभग 130 वर्षों से गज़ल कही जा रही है। इस अवसर पर उदयशंकर सिंह उदय, कौशल मोहब्बतपुरी, सत्तन जी, अंजनी कुमार पाठक और पुष्पा गुप्ता ने काव्यपाठ किया। स्वागत अशोक गुप्ता और धन्यवाद ज्ञापन अनिरुद्ध जी के पुत्र ओमप्रकाश जी ने किया।