स्मार्टसिटी के नाम पर शहर की दुर्दशा : पानी, नाला, सड़क समेत सैकड़ों समस्याएं बरकरार

  • Post By Admin on Apr 12 2024
स्मार्टसिटी के नाम पर शहर की दुर्दशा : पानी, नाला, सड़क समेत सैकड़ों समस्याएं बरकरार

मुजफ्फरपुर : स्मार्ट सिटी के काम के दौरान निर्माण एजेंसियों की लापरवाही लगातर सामने आ रही है । कर्मियों की लापरवाही से ब्रह्मपुरा, सरैयागंज, अखड़ाघाट के लोग परेशान हो गए हैं । उनके घर में लगे नलों से गंदा नाली का पानी निकल रहा है। इससे शहर के एक दर्जन से अधिक मोहल्लों में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ब्रह्मपुरा इलाके के थाना चौक, बीबीगंज रोड, रंग गली, मेडिसिन गली, डॉ. करण रोड, संजय सिनेमा रोड व आसपास के इलाके में समस्याएं कुछ ज्यादा ही विकराल हो गई है। इस क्षेत्र में कार्य करने वाले एक्सपर्ट बताते हैं कि लीकेज या क्षतिग्रस्त प्वाइंट पर लॉक नहीं लगाने से नाले का गंदा पानी पाइप में प्रवेश कर जाता है जिस कारण ऐसी समस्याएं बनती है । 

ब्रह्मपुरा के अमित ने बताया कि पिछले एक महीने से यह परेशानी है कई दफा शिकायत भी कर दिए लेकिन इसको ठीक नहीं किया जा रहा है। पहले पानी की आपूर्ति बंद हुई। अब नल से गंदा नाली का पानी निकल रहा है। वहीं सब्जी विक्रेता मुन्नी देवी ने कहा कि थोड़े से काम के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है। नल से गिरने वाला गंदा नाली का पानी किसी काम का नहीं है । पानी से बहुत गंदा बदबू भी आता है जिस कारण इसका कोई उपयोग नहीं करता है। ब्रह्मपुरा थाना चौक के चंदन के मुताबिक साफ पानी सड़क और नाला में बह कर बर्बाद हो रहा  है और घर व सार्वजनिक जगहों पर लगे नलों से गंदा पानी गिर रहा है। इसको कोई देखने वाला नहीं है। नगर निगम में कई बार शिकायत भी कर दिए लेकिन कोई ठीक नहीं कर रहा है । 

शहर में कई जगहों पर नाला निर्माण और पाइप लाइन को लेकर सड़क काटने के दौरान असावधानी बरती जाती है जिससे बार-बार जलापूर्ति वाली पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है। निगम की जल कार्य शाखा के स्तर से कई बार स्मार्ट सिटी से लेकर निर्माण एजेंसियों को फटकार भी लगाई गई है लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ है। इससे जलसंकट के साथ हजारों लीटर पानी नाला या सड़क पर बहकर प्रतिदिन बर्बाद हो जाता है। ब्रह्मपुरा थाना के पास कुछ जगह क्षतिग्रस्त पाइपलाइन की गड़बड़ी महीनों से ठीक नहीं होने से यह स्थिति और विकराल हो गई है। इसके अलावा मेहदी हसन चौक, सरैयागंज टावर, अखाड़ाघाट रोड में जीडी मदर स्कूल के पास के गली-मोहल्लों में भी नलों से गंदा पानी आने से लोग परेशान हो गए हैं। लेकिन आलम शिकायत के बाद भी बरकरार है ।

नियम है कि किसी भी निर्माण कार्य के दौरान जलापूर्ति पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने पर उसकी मरम्मत संबंधित एजेंसी को करनी है। टेंडर की शर्तों में भी इसका उल्लेख किया गया है, लेकिन निर्माण एजेंसियां मरम्मत में आनाकानी करती है। लोगों की परेशानी को देखते हुए नगर निगम की टीम को ही इसका विकल्प तलाशना पड़ता है। कुछ इलाकों में नगर निगम की टीम ने इसे दुरुस्त भी किया लेकिन अभी भी कई इलाकों में स्थिति पूर्ववत बरकरार है । आलम यह है कि वरीय अधिकारी इस तरफ अपना ध्यान नहीं दे रहे हैं यदि समय रहते इसपर कार्यवाही की जाती तो शायद निर्माण एजेंसी लापरवाही कम करते ।

क्षतिग्रस्त होने के बाद नए-पुराने जलापूर्ति पाइप गायब भी होने लगे हैं लेकिन इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है । शहर के अखाड़ाघाट रोड, ब्रह्मपुरा, लक्ष्मी चौक व अन्य इलाकों में एक किमी से अधिक लंबाई का पाइप गायब हो चुका है। कुछ जगहों पर नए पाइप लगाए गए पर कुछ इलाकों में अभी भी बाकी है। आलम यह है कि मरम्मत, पाइप बदलने व अन्य कार्यों में होने वाले खर्च को लेकर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी को 80 लाख से अधिक का बिल दिया जा चुका है लेकिन इसके बावजूद हालात में अबतक कोई परिवर्तन नहीं है।