कबाड़ से कारीगरी की मिसाल, सादिया अजीज का अनोखा हुनर

  • Post By Admin on Jun 24 2024
कबाड़ से कारीगरी की मिसाल, सादिया अजीज का अनोखा हुनर

मुजफ्फरपुर : बिहार बाल भवन किलकारी के जिला स्कूल छात्रावास में आर्ट एंड क्राफ्ट की कक्षाओं में बच्चे अपनी रचनात्मकता को निखारते हुए तरह-तरह के बीजों से अद्वितीय कृतियाँ बना रहे हैं। मिठनपुरा निवासी सादिया अजीज, जो अजीज अहमद की सुपुत्री हैं, पिछले पांच महीनों से यहां अपनी कला का प्रदर्शन कर रही हैं।

सादिया अजीज आम की गुठली से तितली, तोता, उल्लू, हंस, और वॉल हैंगिंग जैसी आकर्षक चीजें बनाती हैं। उनका मानना है कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त कोई भी वस्तु बेकार नहीं होती। रचनात्मक पुनरुपयोग से न केवल सुंदर कलाकृतियाँ बनाई जा सकती हैं, बल्कि प्रदूषण को भी कम किया जा सकता है।

सादिया ने बेकार दिए से डॉल, ऊंट, कछुआ, बत्तख, चाय के कुल्हड़ से डॉल, करंजी के बीज से पेंग्विन, अंडे के छिलके से पेंग्विन, पिस्ता के छिलके से गुलाब, और मूंगफली के छिलके से तोता और गुलाब जैसी अद्भुत वस्तुएं बनाई हैं।

किलकारी में सादिया स्थानीय प्रशिक्षक राजीव कुमार से आर्ट एंड क्राफ्ट सीखने के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों से भी मार्गदर्शन प्राप्त कर रही हैं। प्रधानमंत्री बाल सम्मान से सम्मानित मोहम्मद हुसैन, सीताराम आर्टिस्ट, और सुमीत ठाकुर जैसे विशेषज्ञों से उन्हें महत्वपूर्ण सीखने का अवसर मिला है।

सादिया की यह पहल न केवल उनकी कला को उभार रही है, बल्कि अन्य बच्चों को भी प्रेरणा दे रही है कि वे कैसे बेकार सामग्री से भी कुछ मूल्यवान और सुंदर बना सकते हैं।