डीपीआरओ की मनमानी के विरुद्ध डीएम से मिले मुखिया राजू बैठा

  • Post By Admin on Sep 28 2024
डीपीआरओ की मनमानी के विरुद्ध डीएम से मिले मुखिया राजू बैठा

मोतिहारी : जिला पंचायत राज पदाधिकारी एवं उनके कार्यालय कर्मियों द्वारा की जा रही मनमानी के खिलाफ शुक्रवार को प्रदेश मुखिया संघ के सचिव व गोढ़वा पंचायत के मुखिया राजू बैठा ने जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल को एक आवेदन देकर कारवाई करने की मांग की. मुखिया श्री बैठा ने बताया कि मोतिहारी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी के विरुद्ध माननीय मुख्यमंत्री बिहार सरकार को एक आवेदन दिया था उस आवेदन को मुख्यमंत्री सचिवालय ने पंचायती राज विभाग को हस्तांतरित कर दिया, विशेष कार्य पदाधिकारी के पत्रांक 14982 दिनांक 14/11/2023 के तहत जांच का जिम्मा जिला पंचायत राज पदाधिकारी पूर्वी चंपारण को मिला. डीपीआरओ ने अपने पत्रांक 4120 दिनांक 30/11/2023 के तहत जांच कर प्रतिवेदन की मांग की. प्रखंड विकास पदाधिकारी मोतिहारी ने अपने पत्र संख्या 352 दिनांक 8/04/2024 के तहत 7 पन्नों का जांच प्रतिवेदन समर्पित किया जिसमें लगाए गए सभी आरोपों को सत्य पाते हुए कारवाई का अनुरोध किया.वही दूसरा मामला भी गोढ़वा पंचायत से ही जुड़ा है.पंचायत में वर्ष 2005 से 2020 तक पदस्थापित पंचायत सचिव के द्वारा पूर्ण प्रभार नहीं दिया गया और अधिकारी ने उन्हें अनापत्ति प्रमाण-पत्र दे दिया. इस मामले को लेकर मुखिया राजू बैठा ने जिलाधिकारी पूर्वी चंपारण को दिनांक 12/04/2022 को एक आवेदन देकर पूर्ण प्रभार नहीं देने वाले पंचायत सचिव पर प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया था. जिसके आलोक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी के पत्रांक 2023 दिनांक 20/06/22 के तहत जांच का आदेश बीडीओ मोतिहारी को दिया गया. 

पांच पंचायत सचिवों ने नहीं किया प्रभार का आदान-प्रदान

जिला पंचायत राज पदाधिकारी के आदेशानुसार मोतिहारी के बीडीओ ने 5 सदस्यीय कमिटी बनाकर मामले की जांच कराई. जांच में ये बात सामने आयी की 05 पंचायत सचिवों ने प्रभार का आदान-प्रदान नहीं किया है और सबसे ज्यादा प्रभार महेश राम एवं फैयाज अहमद खां के पास बकाया है. परन्तु दोनों पंचायत सचिव कभी भी जांच के दौरान उपस्थित नहीं हुए. प्रखंड विकास पदाधिकारी मोतिहारी ने पत्रांक 312 दिनांक 02/04/2024 के तहत् 57 पन्नों का रिपोर्ट जिला पंचायत राज पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण को भेजा जिसमें 5 पंचायत सचिवों के पास सारा संचिका बकाया है. उन पंचायत सचिवों में महेश राम, फैयाज अहमद खां, राजेंद्र चौधरी, श्यामा बैठा एवं आशुतोष कुमार शामिल हैं. इस मामले को लेकर जिला पंचायत राज पदाधिकारी के स्तर से भी इन सभी 5 पंचायत सचिवों से करीब 5 बार स्पष्टीकरण मांगा गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. उसके बाबजूद दोनों मामले में जिला पंचायत राज पदाधिकारी पूर्वी चंपारण और उनके कार्यालय कर्मी अपने विभाग के कर्मी और अधिकारी को बचाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं और मामले में टाल मटोल कर रहे हैं. जिलाधिकारी को आज दिए आवेदन में मुखिया संघ के प्रदेश सचिव ने लिखा है कि इसी लापरवाही के कारण जिला प्रशासन पर से जन प्रतिनिधियों का विश्वास उठने लगा है. जब जनप्रतिनिधियों के मामले की जांच और कार्रवाई में कई वर्ष लग जा रहे हैं तो आम जनता तो दौड़ते-दौड़ते थक जाती होगी.  मुखिया राजू बैठा ने उपरोक्त दोनों मामलों में टाल मटोल करने वाले जिला पंचायत राज पदाधिकारी और उनके कर्मियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की मांग जिलाधिकारी से की है.