पीएचडी सत्र 2022 और 2023 की प्रवेश परीक्षा के संयुक्त आयोजन की मांग
- Post By Admin on Apr 01 2024

मुजफ्फरपुर : पीएचडी सत्र 2022 और 2023 की संयुक्त रूप से होने वाली प्रवेश परीक्षा में देरी के चलते छात्रों में आक्रोश और चिंता बढ़ी है। एआईइसएफ़ के प्रतिनिधि मंडल ने बिहार विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक से मिलकर यह मांग की है कि पीएचडी की प्रवेश परीक्षा को संयुक्त रूप से आयोजित किया जाए।
एआईइसएफ़ के जिलाध्यक्ष कॉमरेड महिपाल ओझा ने कहा, "पीएचडी का सत्र अब तक पटरी पर नहीं आ सका है, जिसकी वजह से हजारों छात्रों का भविष्य अधर में फंसा हुआ है।" उन्होंने यूजीसी के नए आदेश को भी उठाया और कहा कि अब विश्वविद्यालय पीएचडी की प्रवेश परीक्षा नहीं ले पाएगा। छात्रों ने इस मुद्दे पर अपनी आलोचना प्रकट की है। उनके अनुसार, विश्वविद्यालय कई बार परीक्षा की तिथि घोषित कर चुका है, परंतु किसी न किसी कारण से उसे टाल दिया जाता रहा है। राज्य परिषद सदस्य अभिषेक कुशवाहा ने भी इस मामले में अपनी चिंता व्यक्त की है और विश्वविद्यालय को जल्द से जल्द पोर्टल खोलकर नए आवेदकों को आवेदन करने का मौका देने की मांग की है।