मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा से पुराने नेता क्या हो जाएंगे अलविदा, जनसुराज उम्मीदवार की दावेदारी क्या बदलेगी राजनीति

  • Post By Admin on Oct 09 2025
मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा से पुराने नेता क्या हो जाएंगे अलविदा, जनसुराज उम्मीदवार की दावेदारी क्या बदलेगी राजनीति

मुजफ्फरपुर : बिहार की सियासत में तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रही जन सुराज पार्टी ने आज विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है। पार्टी ने राज्य की 51 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। इसी क्रम में मुजफ्फरपुर नगर विधानसभा सीट से डॉ. अमित कुमार दास को प्रत्याशी घोषित किया गया है।

डॉ. अमित मूल रूप से भले ही मुजफ्फरपुर के निवासी न हों, लेकिन उन्होंने मुजफ्फरपुर को अपनी कर्मभूमि बनाया है। एक लोकप्रिय चिकित्सक के रूप में शहर में उनकी पहचान बेहद मजबूत है। मरीजों के प्रति संवेदनशील रवैया और समाज में उनकी साख ने उन्हें आम जनता के बीच विश्वसनीय चेहरा बनाया है। अब जन सुराज पार्टी ने उन्हें “सेवा से राजनीति तक” के सफर पर आगे बढ़ाने का मौका दिया है।

हालांकि, राजनीतिक रूप से उनकी सक्रियता बहुत अधिक नहीं रही है। लेकिन पार्टी का मानना है कि मुजफ्फरपुर की जनता अब पारंपरिक राजनीति से ऊब चुकी है और एक ईमानदार, शिक्षित और समाजसेवी चेहरे की तलाश में है। डॉ. अमित का उम्मीदवार बनना उस नई राजनीति की ओर इशारा करता है जो “काम और चरित्र” को प्राथमिकता देती है, न कि जाति और चमक-दमक को।

गौरतलब है कि नगर विधानसभा क्षेत्र में लंबे समय तक कांग्रेस के विजेंद्र चौधरी और भाजपा के सुरेश कुमार शर्मा का दबदबा रहा, लेकिन शहर की बदहाली आज भी जस की तस है। सड़क, जलजमाव, सफाई और ट्रैफिक जैसी समस्याएं आज भी जनता को परेशान कर रही हैं। यहां तक कि नगर विकास मंत्री रहते हुए भी सुरेश शर्मा शहर को बदलने में नाकाम रहे, जिसका खामियाजा उन्हें पिछली बार हार के रूप में भुगतना पड़ा।

जनता के बीच इस समय पुराने दलों के प्रति गहरा असंतोष है, ऐसे में जन सुराज पार्टी द्वारा एक नए चेहरे को उतारना “राजनीतिक गेम चेंजर” साबित हो सकता है। शहर की जनता अब विकास, स्वच्छ राजनीति और जवाबदेही चाहती है और जन सुराज पार्टी उसी दिशा में अपनी चाल चल चुकी है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि डॉ. अमित अपनी साख और सेवा को जनता के बीच प्रभावी रूप में रख पाए, तो यह सीट आगामी चुनाव में जन सुराज के लिए ऐतिहासिक जीत का प्रतीक भी बन सकती है।