बीपीएससी के मुद्दों पर छात्र-युवा संगठनों ने मुख्यमंत्री का फूंका पूतला 

  • Post By Admin on Jan 07 2025
बीपीएससी के मुद्दों पर छात्र-युवा संगठनों ने मुख्यमंत्री का फूंका पूतला 

समस्तीपुर : बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की परीक्षा में धांधली, पेपर लीक और प्रशासनिक विफलताओं को लेकर महागठबंधन से जुड़े छात्र-युवा संगठनों ने बीते सोमवार को जिले में प्रतिरोध मार्च निकाला। इस मार्च का आयोजन आइसा, आरवाईए, एनएसयूआई, एसएफआई, डीवाईएफआई, छात्र-युवा राजद, युवा कांग्रेस, एआईएसएफ, एआईवाईएफ जैसे संगठनों द्वारा किया गया। इन संगठनों ने बीपीएससी की पुनः परीक्षा, पेपर लीक पर रोक और कदाचारमुक्त परीक्षाएं आयोजित करने की मांग की है।

यह मार्च समस्तीपुर स्टेडियम गोलंबर से शुरू होकर औवरब्रीज चौराहा पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता महागठबंधन से जुड़े विभिन्न छात्र संगठनों के प्रमुख नेताओं ने की। इनमें आइसा के जिला अध्यक्ष लोकेश राज, एसएफआई के जिला सचिव छोटू भारद्वाज, युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रितेश चौधरी, युवा राजद के जिला अध्यक्ष पप्पू यादव, आरवाईए के जिला सचिव रौशन कुमार, डीवाईएफआई के जिला सचिव उमेश शर्मा, एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष अभिनव अंशु और एआईएसएफ के अभिषेक आनंद प्रमुख थे। सभा का संचालन आइसा के जिला सचिव सुनील कुमार, एनएसयूआई के जिला उपाध्यक्ष राजन वर्मा और सीआरजेडी के रौशन कुमार, सूरज पाठक ने किया।

सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बीपीएससी परीक्षा में धांधली और पेपर लीक के मुद्दे पर राज्य सरकार पूरी तरह से चुप है और इससे यह साफ दिखता है कि सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं की समस्याओं से बेखबर हैं और वे अपनी राजनीतिक कुर्सी को बचाने में व्यस्त हैं।

नेताओं ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार, जो खुद को ‘सुशासन बाबू’ कहते हैं, अब पुलिस और दमनकारी नीतियों का सहारा लेकर छात्र प्रदर्शनकारियों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहे हैं। बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए संगठनों ने कहा कि लाठीचार्ज और छात्रों पर दर्ज मुकदमे केवल सरकार की असफलता को उजागर करते हैं।

सभा में नेताओं ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार “डिजिटल इंडिया” और “युवा शक्ति” के नारे तो देती है, लेकिन वास्तव में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बढ़ते जा रहे हैं। संगठनों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में हो रहे घोटालों पर चुप हैं क्योंकि वे अपनी राजनीतिक रणनीतियों में व्यस्त हैं और गरीब और बेरोजगार युवाओं के मुद्दों पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।

सभा के अंत में छात्रों और युवा संगठनों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंकते हुए सरकार की नीतियों का विरोध किया और बीपीएससी परीक्षा में पारदर्शिता, और छात्रों के साथ न्याय की मांग की। संगठनों ने यह भी कहा कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो वे आगामी दिनों में और भी बड़े प्रदर्शन करेंगे।