गोपालगंज में गरजे पीके, कहा - नवंबर के बाद भ्रष्ट नेताओं-अफसरों की उल्टी गिनती शुरू

  • Post By Admin on Aug 13 2025
गोपालगंज में गरजे पीके, कहा - नवंबर के बाद भ्रष्ट नेताओं-अफसरों की उल्टी गिनती शुरू

गोपालगंज : जन सुराज के संस्थापक और बिहार बदलाव यात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को गोपालगंज के बरौली में आयोजित एक जनसभा के दौरान केंद्र और राज्य की सत्ता, चुनाव आयोग, स्वास्थ्य मंत्री और भ्रष्ट अधिकारियों पर जमकर निशाना साधा। भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में जुटे लोगों को संबोधित करने के बाद पीके ने पत्रकारों से बातचीत की और कई मुद्दों पर बेबाक राय रखी।

चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए उन्होंने भाजपा नेता भीखू भाई दलसानिया का नाम बिहार की वोटर लिस्ट में जोड़े जाने के मामले का जिक्र किया। पीके ने तीखे अंदाज में कहा, “चुनाव आयोग जिसे चाहे वोटर बना ले, जिसका नाम काटना है काट ले, जोड़ना है जोड़ ले। बिहार की जनता अब पूरी तरह से तय कर चुकी है कि इस बार बदलाव होना है और होगा। चाहे जितने राजनीतिक खेल कर लिए जाएं, लोगों का जनादेश अब किसी के हाथ की कठपुतली नहीं है।”

स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भी पीके ने कड़ा रुख अपनाया। बेतिया सदर अस्पताल से वायरल हुए उस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिसमें एक मृत वृद्ध व्यक्ति के शव को सीढ़ियों से घसीटते देखा गया था, उन्होंने सीधे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर निशाना साधा। पीके ने कहा, “यह घटना बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था का आईना है। जब तक मंगल पांडे जैसे लोग, जिनका काम सिर्फ लूटना और घोटाले करना है, स्वास्थ्य मंत्री बने रहेंगे, तब तक यहां की हालत सुधरने वाली नहीं है। मरीज की जिंदगी और गरिमा, दोनों की यहां कोई कीमत नहीं रह गई है।”

यात्रा के दौरान भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी पीके ने तल्ख बयान दिया। उन्होंने बिहार के भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों को खुली चेतावनी देते हुए कहा, “जिन लोगों ने वर्षों तक बिहार को लूटा है, उनकी उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। तीन महीने बाद जब जन सुराज की सरकार बनेगी, तो एक-एक पैसे का हिसाब लिया जाएगा। चाहे पैसे बच्चों के नाम पर हों, रिश्तेदारों के नाम पर हों, सबकी जांच होगी और लूट का पैसा जनता को लौटाया जाएगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता अब जात-पात और धर्म के नाम पर बांटने की राजनीति से तंग आ चुकी है और शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य जैसे असली मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी। पीके ने दावा किया कि उनकी बिहार बदलाव यात्रा से गांव-गांव में एक नई राजनीतिक जागरूकता फैल रही है और इसका असर आने वाले विधानसभा चुनाव में साफ दिखेगा।

बरौली में हुई यह सभा, भारी बारिश के बावजूद, जन सुराज समर्थकों और स्थानीय ग्रामीणों की उत्साही मौजूदगी के कारण खास रही। मंच से उतरते समय भी लोगों ने पीके को घेरकर अपनी समस्याएं बताईं, जिनमें बेरोजगारी, टूटी सड़कें, अस्पतालों में बदहाली और भ्रष्टाचार की शिकायतें सबसे प्रमुख थीं। पीके ने आश्वासन दिया कि जन सुराज की व्यवस्था में जनता को जवाबदेही और पारदर्शिता मिलेगी, और बिहार को ‘लूट का अड्डा’ बनाने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।